BHOPAL. मध्य प्रदेश में बीजेपी ने सभी को चौंकाते हुए नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी है। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर डॉ. मोहन यादव के नाम पर मुहर लग गई है। BJP प्रदेश कार्यालय में सोमवार को पार्टी विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी। डॉ. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं और ओबीसी वर्ग से आते हैं। इसके साथ ही प्रदेश में उप मुख्यमंत्री भी बनाए गए। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बनाया गया हैं। इसके अलावा स्पीकर पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का एलान किया गया है। 13 दिसंबर को नए सीएम का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा बने उपमुख्यमंत्री
नतीजों के हफ्ते भर बाद सभी कयासों और अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी ने अपना फैसला कर दिया और मोहन यादव को राज्य का अगला मुख्यमंत्री चुना गया। इसके साथ ही एमपी में जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बनाया गया हैं। जगदीश देवड़ा मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ से विधायक हैं। देवड़ा अनुसूचित जाति (SC) वर्ग से आते हैं। जबकि रीवा सीट से विधायक राजेन्द्र शुक्ला ब्राह्मण वर्ग से आते हैं। भाजपा ने इन तीनों नेताओं के जरिए कई समीकरण साधने की कोशिश की है। इसके साथ ही सांसद से विधायक बने नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया हैं। तोमर मुरैना जिले की दिमनी सीट से विधायक हैं।
शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा
प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान होने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। शिवराज सिंह ने राजभवन पहुंचे। जहां उन्होंने राज्यपाल मंगुभाई पटेल को सीएम पद से अपना इस्तीफा सौंपा। उनका इस्तीफा तत्काल मंजूर भी हो गया। इस दौरान शिवराज सिंह ने नए सीएम डॉ. मोहन यादव को बधाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को नया मुख्यमंत्री मिल गया है। उन्हें बहुत बहुत बधाई, उनका अभिनंदन। साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बनने और नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनने पर बधाई दी।
यादव ने सरकार बनाने का दावा पेश किया
मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा होते ही मोहन यादव ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान उनके साथ शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल और वीडी शर्मा मौजूद रहे। नए सीएम यादव के साथ तीनों पर्यवेक्षक मनोहर लाल कट्टर, डॉ के. लक्ष्मण और आशा लकड़ा भी साथ रहे।