राजगढ़ में नेतागिरी की आड़ में साहूकारी का खेल, बीजेपी नेता पर अवैध वसूली और झूठे प्रकरण में फंसाने का आरोप

author-image
The Sootr CG
एडिट
New Update
राजगढ़ में नेतागिरी की आड़ में साहूकारी का खेल, बीजेपी नेता पर अवैध वसूली और झूठे प्रकरण में फंसाने का आरोप

RAJGARH. नरसिंहगढ़ में एक बीजेपी नेता के खिलाफ अवैध वसूली और सूदखोरी की शिकायतें लगातार हो रही है। अभी तीन माह में तीन शिकायत हुई है, लोगों के खुलकर सामने आने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते अन्य पीड़ित लोग भी डर से खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। बता दें कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष पवन शर्मा के खिलाफ सूदखोरी, अवैध वसूली और जबरन दबाव बनाकर धमकाने के लगातार आरोप लग रहे हैं। इसके लिए ब्यावरा के मयूर गुप्ता और छापीहेड़ा के मंडल अध्यक्ष निर्मल गुप्ता ने पहले ही शिकायत की है। अब 1 दिन पहले नरसिंहगढ़ के ही राहुल शर्मा ने पवन शर्मा खिलाफ थाने में शिकायती आवेदन दिया है।



कौन हैं पवन शर्मा ?



नरसिंहगढ़ के रहने वाले पवन शर्मा भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भी रहे हैं। वर्तमान में नरसिंहगढ़ नगर पालिका में पवन शर्मा की मां पार्षद हैं। इसी साल पवन शर्मा की शादी हुई, जिसमें 10,000 लोगों का भोजन स्टेडियम में रखा गया था। यह हर साल लाखों रुपए खर्च करके गंगा आरती का आयोजन भी करते हैं। यह बीजेपी के बड़े लोग के करीबी माने जाते हैं, इसी का फायदा इन्हें मिल रहा है। जिसके कारण सूदखोरी के मामले में जांच भी नहीं हो पा रही।



एक के बाद एक पीड़ित आने लगे सामने



सबसे पहले ब्यावरा के एक युवा नेता और व्यापारी मयूर गुप्ता ने पवन शर्मा के खिलाफ सूदखोरी की शिकायत की थी। इसके बाद छापीहेड़ा बीजेपी मंडल अध्यक्ष निर्मल गुप्ता ने सुदखोरी, अवैध वसूली व धमकाने की शिकायत की है। निर्मल गुप्ता पवन शर्मा के साथ युवा मोर्चा में महामंत्री भी रहे हैं। अब नरसिंहगढ़ के राहुल शर्मा ने सूदखोरी की शिकायत की है। तीनों ही प्रकरण में प्रताड़ना, धमकी, अवैध वसूली की शिकायत पुलिस तक पहुंची, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके पहले भी पवन शर्मा के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं। यदि सूदखोरी का मामले दर्ज होते हैं तो और भी कई पीड़ित सामने आ सकते हैं।


नरसिंहगढ़ में अवैध वसूली extortion BJP leader Pawan Sharma usury in Narsinghgarh Illegal recovery जबरन वसूली बीजेपी नेता पवन शर्मा सूदखोरी