पवन सिलावट, RAISEN. रायसेन जिले के सिलवानी में भूमाफिया के हौसले बुलंद हैं। इन भूमाफिया ने सरकारी गोहे (रास्ता) की जमीन पर 2 दर्जन से अधिक दुकानें बनाकर बेच दी हैं। दुकानें खरीदने वाले भी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। अब इन दुकानों का नामांतरण नहीं होने से खरीदार परेशान हैं। वहीं रास्ते में दुकानें बनने से एक किसान के खेत पर पहुंचने की आवाजाही भी बंद हो गई है।
बिना नगर परिषद की मंजूरी के दुकानें बनाईं
रायसेन जिले के सिलवानी के वार्ड क्रमांक 15 में माफिया ने सरकारी गोहे की जमीन पर लगभग 25 से अधिक दुकानें बना दी और करीब एक साल तक चले इस अवैध निर्माण पर किसी भी अधिकारी की नजर नहीं पड़ी और ना ही किसी ने इस अवैध निर्माण को रोकने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि यह दुकानें बीजेपी नेता के द्वारा बनाई गई हैं, वहीं मामला उजागर होने के बाद जिम्मेदार अब कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इन दुकानों के निर्माण के लिए नगर परिषद से कोई अनुमति नहीं ली गई है। हालांकि लोग दबी जुबान में तत्कालीन तहसीलदार छोटे गिरी गोस्वामी की मिलीभगत से इन दुकानों का निर्माण होना बता रहे हैं। इस मामले में अब रायसेन कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे और स्थानीय विधायक रामपाल सिंह जांच कराकर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
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किसान के खेत पर पहुंचने का रास्ता बंद
इस अवैध निर्माण से क्षेत्र के किसान और चौकीदार को खेत पर पहुंचने का रास्ता बंद हो गया है। उसे मिली 5 एकड़ सरकार जमीन तक पहुंचने का रास्ता यहीं से निकलता है। अब चौकीदार की परेशानी है कि वह अपने खेत पर कहां से जाए। चौकीदार ने अवैध निर्माण के समय ही इसकी शिकायत नीचे से लेकर ऊपर तक की थी, लेकिन किसी ने भी उस समय निर्माण पर रोक लगाने की कोशिश नहीं की। आज स्थिति यह है की चौकीदार को मिली जमीन पर चौकीदार खेती करने कहां से जाए, यह बड़ा सवाल है। वहीं कृषि विभाग भी सवालों के घेरे में नजर आ रहा है।