संजय गुप्ता, INDORE. मध्य प्रदेश के 84 निरीक्षक यानि इंस्पेक्टर जल्द ही डीएसपी (पुलिस उप अधीक्षक-डिप्टी सुपरीटेंडेंड ऑफ पुलिस ) पद पर पदोन्नत होने जा रहे हैं। उन्हें कार्यवाहक डीएसपी बनाया जा रहा है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की अंतिम दौर की तैयारी जारी है। गृह विभाग एसीएस डॉ. राजेश राजौरा ने द सूत्र को बताया कि कुछ एसीआर व अन्य जानकारी को लेकर मुख्यालय की अंतिम तैयारियां हो रही है, यह होते ही आदेश जारी हो जाएंगे। पूरी संभावना है कि जनवरी माह के अंत में यह आदेश हो जाएंगे।
मुख्य तौर पर 1998 बैच के अधिकारी शामिल
इस पदोन्नति लिस्ट में मोटे तौर पर 1998 के अधिकारी शामिल है, वहीं कुछ अधिकारी 1992 व 1994 के भी है। पुलिस मुख्यालय द्वारा इन सभी अधिकारियों की एसीआर को कंपाइल किया जा रहा है। दो बार जानकारी मंगाई जा चुकी है लेकिन अभी अधूरी जानकारी के चलते यह फाइनल लिस्ट नहीं हो सकी है। एसीएस डॉ. राजौरा ने कहा कि कार्यवाहक निरीक्षक बनाए जाने के बाद विभाग का अगला कदम कार्यवाहक डीएसपी के आदेश जारी करने पर ही है, इस पर लगातार जानकारी ली जा रही है और पुलिस मुख्यालय में काम जारी है।
इसके पहले 283 उप निरीक्षक को मिली थी पदोन्नति
दरअसल, हाल ही में मप्र पुलिस मुख्यालय ने 465 सब इंस्पेक्टर्स (उप निरीक्षक) की एक फिट लिस्ट जारी की थी और 30 दिसंबर 2023 को पहले चरण में 465 की फिट लिस्ट में से 283 को उपनिरीक्षक से कार्यवाहक निरिक्षक बनाने के आदेश हुए थे। आगे अब विभाग बाकी बचे पुलिसकर्मियों में से आवश्यकता के हिसाब से कार्यवाहक इन्स्पेक्टर के पद पर पदोन्नत करेगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने पहले ही आदेश में कहा था सब इंस्पेक्टर्स के प्रमोशन 15 दिन में हो जाने चाहिए, इसलिए विभागीय स्तर पर इसमें तेजी से काम हो रहा है।
कुछ ने पदोन्नति से ही कर दिया इंकार
वहीं जानकारी के अनुसार कुछ अधिकारियों ने यह पदोन्नति लेने से ही इंकार करते हुए पुलिस मुख्यालय को पत्र लिख दिया है। इन्होंने यह कहते हुए पदोन्नति लेने से इंकार किया है कि वह कार्यवाहक डीएसपी नहीं बनना चाहते हैं, वह नियमित पदोन्नति ही चाहते हैं। दरअसल यह पत्र लिखने वाले में अधिकारी कई जगह पर अच्छे थानों में पदस्थ होकर थाना प्रभारी हैं, पदोन्नति के बाद वह नहीं चाहते हैं कि उनका ट्रांसफर हो या कहीं लूपलाइन में चले जाएं। इसलिए यह पत्र लिखकर वह खुद ही पदोन्नित से इंकार कर रहे हैं।