BHOPAL. पूरा मध्यप्रदेश कड़ाके की ठंड से कांप रहा है। इसकी वजह जमीन से 12 किमी ऊपर चल रही जेट स्ट्रीम और उत्तर से आई बर्फीली हवाएं हैं। मौसम विभाग के मुताबिक सीजन में पहली बार एक साथ 42 जिलों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ी है। हालात यह हैं कि यहां कई जिलों में शिमला से भी ज्यादा सर्दी पड़ रही है। छतरपुर का बिजावर और शिवपुरी का पिपरसमा कस्बा शिमला से भी ठंडा रहा। दोनों जगह पारा 3 डिग्री से नीचे आ गया। शिमला में न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि बिजावर में 2.5 और पिपरसमा में 2.6 डिग्री रहा।
- भोपाल में रात का पारा 9.4 डिग्री रहा। यह 2024 में अब तक का सबसे कम तापमान है। इस सीजन के 80 दिनों में ऐसा तीसरी बार हुआ है।
दतिया-नौगांव में भी पारा 3 डिग्री से कम रहा
दतिया और नौगांव में तापमान 3 डिग्री, जबकि गुना में 3.4 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा ग्वालियर, मुरैना, भिंड, खजुराहो, सागर, नौगांव, गुना और दतिया में शीतलहर चल रही है। राजधानी भोपाल में एक महीने बाद पारा 10 डिग्री से नीचे आया। ग्वालियर, खजुराहो, नौगांव, दतिया और टीकमगढ़ में कोल्ड डे रहा। भोपाल में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले तीन दिन ऐसी ही ठंड पड़ने के आसार हैं।
22 जिलों में छाया कोहरा
एमपी के ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, बीना और महाकौशल इलाकों के 22 जिलों में शुक्रवार सुबह कोहरा छाया रहा। सबसे कम 50 मीटर विजिबिलिटी टीकमगढ़ में रही। सिवनी, छिंदवाड़ा और बालाघाट जिलों में बारिश हुई। ऐसा ही हाल शनिवार सुबह इन शहरों में रहा।
कई जिलों में पाले के संकेत
कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि 4 डिग्री या उससे कम तापमान रहता है तो उसे पाला माना जाता है। इससे फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। खास तौर से बड़े पत्ते वाली सब्जियों को नुकसान ज्यादा होता है।
एमपी के 5 सबसे ठंडे शहर और कस्बे
- बिजावर 2.5 डिग्री
- पिपरसमा 2.6 डिग्री
- दतिया 3.0 डिग्री
- अशोक नगर 3.2 डिग्री
- गुना 3.4 डिग्री