BHOPAL. मध्यप्रदेश की बेटियां हर क्षेत्र में कमाल कर रही हैं। इसी की झलक 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड की झांकी में दिखाई देगी। भारतीय वायुसेना की पहली महिला फाइटर पायलट अवनि चतुर्वेदी मिग बाइसन लड़ाकू विमान के साथ नजर आएंगी और वे इस झांकी में सबसे आगे चमकेंगी।
अवनि 2016 में भारतीय वायु सेना के फाइटर स्क्वाड्रन में शामिल हुईं
अवनि चतुर्वेदी भारत की पहली महिला लड़ाकू पायलट हैं। जो मूल रूप से मध्यप्रदेश के रीवा की रहने वाली हैं। उन्हें अपनी दो साथियों- मोहन सिंह और भावना कंठ के साथ पहली बार लड़ाकू पायलट घोषित किया गया था। इन तीनों को जून 2016 में भारतीय वायु सेना के फाइटर स्क्वाड्रन में शामिल किया गया। जिन्हें औपचारिक रूप से तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा कमीशन में शामिल किया गया था।
जापान के साथ युद्धाभ्यास में उड़ाया सुखोई-30 लड़ाकू विमान
अवनि ने विदेशी धरती पर फाइटर जेट उड़ाने की उपलब्धि जापान के साथ हुए युद्धाभ्यास में प्राप्त की। यह युद्धाभ्यास इंडियन एयरफोर्स (IAF) और जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (JASDF) के बीच 16 से 26 जनवरी 2023 के बीच हुआ था। इस युद्धाभ्यास का नाम वीर गार्जियन 2023 था। इस अभ्यास में भारत की ओर से एमकेआई, सी-17, IL-78 के साथ सुखोई विमानों ने भाग लिया जिसमें से सुखोई विमान को स्क्वॉड्रन लीडर अवनि चतुर्वेदी ने उड़ाकर अपने आप को इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लिया।
इंडियन एयरफोर्स की पहली महिला पायलट हैं अवनि
भारतीय वायुसेना में वर्ष 2016 में पहली बार महिला पायलट चुनीं गई तीन महिलाओं में अवनि चतुर्वेदी भी शामिल थीं। अवनि चतुर्वेदी भारतीय वायुसेना की पहली महिला फाइटर पायलट हैं। वे वर्ष 2016 में इस पद पर नियुक्त की गई थीं। इसके बाद अवनि वर्ष 2018 में मिग-21 उड़ाकर देश की पहली फ्लाइंग ऑफिसर बन गईं। वर्तमान समय में वे फाइटर प्लेन सुखोई-30 उड़ाती हैं। वर्तमान में भारतीय इंडियन एयरफोर्स में 17 महिला पायलट हैं।
कॉलेज के दौरान फ्लाइंग क्लब की प्रेक्टिस काम आई
एमपी की रीवा की रहने वाली अवनि ने वनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान से कम्प्यूटर साइंस विषय में इंजीनियरिंग ( B-tech) की पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही वे कॉलेज के फ्लाइंग क्लब से जुड़ गईं। वहीं से उन्होंने विमान उड़ाने की शुरुआती शिक्षा हासिल की। इसके बाद वर्ष 2016 में उनका चयन इंडियन एयरफोर्स के लिए हो गया और उन्होंने भारतीय वायुसेना जॉइन कर लिया। सिलेक्शन होने के बाद अवनि ने हैदराबाद एयरफोर्स अकादमी से 6 महीने की ट्रेनिंग हासिल की और भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान दस्ते में शामिल हो गईं।
अवनि भाई से प्रेरित, फ्लाइंग लेफ्टिनेंट से शादी
देश की पहली महिला पायलट अवनि चतुर्वेदी की शादी दिसंबर 2019 में हुई। उनके पति विनीत छिकारा भी भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग लेफ्टिनेंट हैं। विनीत हिरयाणा के पानीपत लिले के समालखा के रहने वाले हैं। दोनों की शादी अवनी के शहर रीवा में ही हुई।
अवनि के बड़े भाई भी भारतीय सेना में हैं। अवनि अपने बड़े भाई से ही प्रेरित होकर भारतीय सेना में आने का निर्णय किया था और बचपन से उसका सपना पायलट बनने का था।
मां से कहती थीं पायलट बनना है
अवनि की मां के अनुसार, अवनि हमेशा कहती थी कि उसे पायलट बनना है। उन्होंने बताया कि जब अवनि बीटेक की पढ़ाई के लिए राजस्थान जा रही थी तब हम उसे छोड़ने गए। वहां उसे छोड़ते वक्त मैंने उससे कहा कि यहां से आगे का रास्ता तुम्हें अकेले ही तय करना है।
गणतंत्र दिवस पर एमपी की झांकी 'विकास और आत्मनिर्भर नारी' पर केंद्रित होगी
रीवा के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि 'विकास का मूल मंत्र और आत्मनिर्भर नारी' पर केंद्रित मध्यप्रदेश की झांकी दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाएगी। जहां झांकी में प्रदेश की समृद्धि, संस्कृति और महिला सशक्तिकरण का प्रदर्शन किया जाएगा। इस बार प्रदेश की झांकी आत्मनिर्भर और प्रगतिशील नारीशक्ति पर केंद्रित है। आधुनिक सेवा क्षेत्र से लेकर लघु उद्योग और पारंपरिक क्षेत्र में समान रूप से सक्रिय प्रदेश की महिलाओं की उन्नति को इस झांकी में दर्शाया गया है। झांकी में खेत-खलिहान से लेकर वायुयान तक प्रदेश की नारी की प्रगति का प्रदर्शन किया गया है।