BHOPAL. अपनी मांगों को लेकर पिछले 6 दिनों से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल खत्म हो गई है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मिलने के बाद जूनियर डॉक्टर्स काम पर लौट गए हैं। डॉ. बाला सरस्वती के सुसाइड केस में HOD अरुणा कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर जूडा हड़ताल कर रहे थे। विश्वास सारंग ने जूनियर डॉक्टर्स को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया, जिसके बाद हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की। डॉक्टरों के लौटने से मरीजों को बड़ी राहत मिली है।
विश्वास सारंग से चर्चा के बाद खत्म की हड़ताल
करीब 3000 जूडा ने अपनी हड़ताल सोमवार को खत्म कर दिया। डॉक्टरों ने यह निर्णय राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के साथ चर्चा के बाद लिया। जूनियर डॉक्टर्स के अध्यक्ष संकेत सीते ने कहा कि वे शनिवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मिले, उन्होंने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों को सकारात्मक तरीके से पूरा किया जाएगा।
जानिए क्या है पूरा मामला
गांधी मेडिकल कॉलेज की डॉ बाला सरस्वती ने 30 जुलाई को बेहोशी के इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली थी। बाला सरस्वती के पति जयवर्धन चौधरी ने 3 महिला डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉ बाला को कामचोर कहकर ताने मारे जाते थे और 36 घंटे तक ड्यूटी भी कराई जाती थी। इतना ही नहीं चिकित्सा छुट्टी मांगने पर भी छुट्टी मंजूर नहीं की जाती थी। बताया जा रहा है कि बाला सरस्वती ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। सुसाइड नोट में महिला डॉक्टरों के परेशान करने का जिक्र है।
जूनियर डॉक्टर्स के सपोर्ट में थे 7 स्टेट के जूडा
जूनियर डॉक्टर्स की इस हड़ताल को करीब 7 राज्यों के जूनियर डॉक्टर्स ने भी सपोर्ट किया था। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉ. कुलदीप गुप्ता ने बताया कि तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों के जूनियर डॉक्टर्स भी सपोर्ट कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (GMC) भोपाल के अध्यक्ष डॉ. संकेत सीते ने बताया कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और सागर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी।
हम सिर्फ न्याय चाहते हैंः मां सुजाता राव
गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की जूनियर डॉक्टर डॉ. बाला सरस्वती ने 30 जुलाई को सुसाइड कर लिया था। जिसके बाद से GMC में साथी जूनियर डॉक्टर हड़ताल कर रहे थे। इस हड़ताल में डॉ. बाला सरस्वती के मां-पापा और बड़ी बहन भी शामिल हुए। डॉ. बाला की मां सुजाता राव ने कहा कि हम सिर्फ न्याय चाहते हैं। डॉ. अरुणा कुमार को यहां से हटाया जाए, जिससे किसी दूसरी बच्ची के साथ ऐसा न हो।
31 मई से हड़ताल पर थे जूनियर डॉक्टर्स
अपनी 6 मांगों को लेकर जूडा का 31 मई से आंदोलन चल रहा था। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपपुर , रीवा और सागर में जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू की थी। पिछले हफ्ते एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए HC जबलपुर ने जूडा को 24 घंटे के भीतर हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने का आदेश जारी किया था, लेकिन जूडा ने सामूहिक इस्तीफा देकर हड़ताल जारी रखी थी।