Dewas. देवास के सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने बागेश्वर धाम के पं धीरेंद्र शास्त्री और सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के पं प्रदीप मिश्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है। सोलंकी ने कहा कि पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पं धीरेंद्र शास्त्री और पं प्रदीप मिश्रा के कई चक्कर लगाए। वे दोनों से कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने का प्रस्ताव लेकर इन कथावाचकों के पास गए थे, लेकिन दोनों ने उन्हें बैरंग लौटा दिया। यही कारण है कि अब सज्जन सिंह वर्मा दोनों ही गुरूओं के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी कर रहे हैं। बता दें कि बीते दिनों सज्जन सिंह वर्मा ने देवास में बागेश्वरधाम सरकार और पं प्रदीप मिश्रा को धर्म की बड़ी दुकान कहा था, हालांकि बाद में उन्होंने इस पर माफी मांग ली थी।
सोलंकी का दावा- संतों ने प्रचार से किया था मना
महेंद्र सिंह सोलंकी यहां कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने यह बयान दे डाला। सोलंकी का कहना है कि कांग्रेस नेता कमलनाथ ने दोनों संतों के भक्तों की संख्या को देखते हुए समर्थन की गुहार लगाई। दोनों कथावाचकों के पास जाकर मनुहार की, लेकिन दोनों ने उनका साथ देने से इनकार कर दिया था। दोनों संत राजनीति से खुदको अलग रखना चाहते हैं।
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निष्क्रियता के सवाल को टाला
इस दौरान सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी से जब पत्रकारों ने क्षेत्र में उनकी निष्क्रियता संबंधी सवाल किए तो उन्होंने सवाल पूछने वाले पत्रकार से कह दिया कि आप सिखा पढ़ाकर भेजे गए हैं। उन्होंने दावा किया वे अपने क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्रों पर सक्रिय रहे हैं। सोलंकी ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान और पीएम नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों को जनता से भलीभांति महसूस किया है।
चुनाव के वक्त आई क्षेत्र की याद-सज्जन सिंह वर्मा
इधर कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने सोलंकी पर पलटवार किया है। वर्मा ने कहा कि जब-जब चुनाव आते हैं, तब-तब सोलंकी को सोनकच्छ याद आता है। बाकी दिनों में सोलंकी क्षेत्र से गायब ही रहे। साथ ही वर्मा ने कहा कि राजनैतिक द्वेष के चलते सोलंकी उन पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं, मैं अपने बयान पर माफी मांग चुका हूं। रही बात सोलंकी की तो उन्हें क्षेत्र की जनता जवाब दे देगी।