आमीन हुसैन, RATLAM. मध्य प्रदेश के रतलाम में बीती रात में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाली युवती को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की है वहीं हाट की चौकी का घेराव करने पर मुस्लिम समाज के विरुद्ध भी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 181 के तहत मामला दर्ज किया है।
युवती को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा
बीती रात सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम पर मुस्लिम समाज के खिलाफ एक युवती ने आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी। इसको लेकर बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग हाट की चौकी का करीब 3 घंटे घेराव कर हंगामा किया और पोस्ट डालने वाले के खिलाफ कार्रवाई कर उसका मकान तोड़ने और गिरफ्तार करने की मांग की। अधिकारियों और समाजसेवियों की समझाइश और प्रकरण दर्ज होने के बाद सभी मान गए और हंगामे को खत्म किया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाली युवती को गिरफ्तार किया। युवती को कोर्ट में पेश कर जेल भी दिया गया है। वहीं पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने पर अज्ञात के खिलाफ धारा 181 में प्रकरण दर्ज किया है।
चौकी पर हंगामा करने वालों को सीसीटीवी की मदद से चिन्हित कर रहे हैं
दरअसल पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोधा ने बताया कि रात में एक विवादित पोस्ट का मामला सामने आया था। मुस्लिम समाज के लोग हाट की चौकी पर पहुंचे और हंगामा किया था। उक्त मामले में तत्काल मामला भी पंजीबद्ध कर लिया गया था, आज आरोपी को राउंड ऑफ कर कोर्ट में पेश कर दिया गया है। वहीं कल मुस्लिम समाज के अज्ञात लोगों पर 181 का प्रकरण दर्ज किया है और सीसीटीवी की मदद से उनको चिन्हित किया जा रहा है।
विवाद सुलझाने पहुंचे थे शहर काजी
विवाद के दौरान शहर काजी अहमद अली, समाज सेवी इमरान खोकर, पार्षद वसीम अली आदि पहुंचे और सभी को समझाने का प्रयास शुरू किया। उसके बाद माणक चौकी थाना प्रभारी अनुराग यादव भी पहुंचे। पुलिस ने बताया कि एक अज्ञात लड़की के खिलाफ मामला दर्ज किया है और तलाश शुरू कर दी है। अब ये पता करेंगे कि इंस्टाग्राम की आईडी को असल में कौन चला रहा है? रात को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार खाका, सीएसपी अभिनव कुमार वारंगे, औद्योगिक पुलिस थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा के साथ भी धक्कामुक्की की गई। समझाने गए शहर काजी अहमद अली को वापस भेज दिया इसके बाद युवाओं ने कमान संभाली।
विवादित पोस्ट करने वाले के मकान को तोड़ने की मांग
धरना देने वालों ने मांग की कि जिसने भावना आहत करने वाली पोस्ट की है उसके मकान को तोड़ा जाए। देर तक इस मांग को लेकर नारेबाजी चलती रही, पुलिस के समझाने का असर भी नजर नहीं आया। एक बार तो पुलिस चौकी में अंदर तक जाने का प्रयास हुआ, हालांकि, सीएसपी वारंगे, टीआई अनुराग यादव और शहर काजी अली के संयुक्त प्रयास के बाद युवा रोड पर ही प्रदर्शन को राजी हो गए। इसके बाद पुलिस ने एफआईआर की और कागज बताया, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हुआ। नारेबाजी चलती रही बाद में समाजसेवी इमरान खोकर, पार्षद वसीम अली ने पुलिस की गाड़ी पर चढ़कर सभी को समझाया और चक्काजाम खत्म करने के लिए राजी किया।