मध्यप्रदेश राज्य शिक्षा केंद्र ने सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के शिक्षकों की छुट्टी निरस्त कर दिया है। एक आदेश जारी करते हुए RSK संचालक लोकेश कुमार जागिड़ ने कहा कि आदेश का पालन ना करने पर शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। आपको बता दें कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स की 1 मई से 15 जून तक और शिक्षकों के लिए यह अवकाश एक मई से 1 से 9 जून तक था। दूसरी तरफ ग्रीष्मकालीन अवकाश निरस्त करने पर शिक्षक संगठन विरोध कर रहे हैं।
सुबह 10 बजे से 2 बजे लगेगा स्कूल
मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी शिक्षकों को 2 जून से स्कूल आने के लिए कहा है। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक स्कूल में रहना होगा मौजूद। गैर मौजूद रहने पर की जाएगी अनुशासनात्मक कार्रवाई। इससे पहले राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए 9 तक गर्मी की छुट्टियां घोषित की गई थीं।
क्यों रद्द हुईं शिक्षकों की छुट्टियां?
राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश में लिखा है कि वर्तमान में एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। पहली में नए एडमिशन पाने वाले बच्चे, प्राइवेट स्कूलों से शासकीय विद्यालय में एडमिशन पाने के इच्छुक छात्र, अगली कक्षा में ट्रांजिशन करने वाले बच्चे आदि का एडमिशन किया जाना है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में यथास्थिति प्रधानाध्यापक/ शाला प्रभारी/ शिक्षक रोजाना सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक विद्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें, ताकि नए एडमिशन के लिए इच्छुक छात्रों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई न उठानी पड़े।
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स्कूल नहीं पहुंचे तो होगी कार्रवाई
राज्य सरकार ने इस आदेश को न मानने वाले शिक्षकों पर उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया है। जारी आदेश में लिखा है कि स्कूलों में शिक्षकों उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को रैंडम तरीके से स्कूलों का विजिट करना होगा और अनुपस्थित पाए जाने पर संबंधित शिक्षक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी होगी।
1 सप्ताह पहले छुट्टी हुई निरस्त
शिक्षकों की छुट्टियां खत्म होने में अभी 1 सप्ताह बाकी है और 1 सप्ताह पहले ही उनकी छुट्टियां खत्म कर देने का आदेश जारी कर दिया गया है। ऐसे में कई शिक्षक ऐसे हैं जो साल में एक बार अपने परिवार के साथ हिल स्टेशन या फिर तीर्थ स्थल आदि में घूमने जाते हैं। ऐसे में अचानक से 1 हफ्ते पहले आदेश आने से कहीं ना कहीं वह सभी परेशानी में पड़ गए हैं और आनन-फानन में वापस लौट रहे हैं।