BHOPAL. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब मथुरा और काशी में मंदिर को लेकर सियासत तेज हो गई है। इसी बीच वाराणसी जिला अदालत ने काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी परिसर में हुए एएसआई सर्वे की रिपोर्ट पक्षकारों को सौंप दी है। रिपोर्ट इसके मुताबिक, ज्ञानवापी परिसर में मंदिर की संरचना मिली है। अब सर्वे रिपोर्ट को लेकर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का बड़ा बयान सामने आया है। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि अयोध्या के बाद अब काशी-मथुरा में मंदिर बनने विलंब नहीं है। वहीं इसको लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है।
'ज्ञानवापी में मंदिर था और मंदिर ही रहेगा'
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ज्ञानवापी में मंदिर था और मंदिर ही रहेगा। मुगलों ने आकर मंदिरों पर आक्रमण किए। मुगलों ने मंदिर में मूर्ति खंडित की। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हिंदुओं के साथ न्याय हो रहा है। मंदिरों के भाव पुनर्जागत हो रहे हैं। इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, उन्होने कहा कि कांग्रेस ने कभी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। कांग्रेस ने हमेशा आक्रमणकारियों का साथ दिया है। अयोध्या के बाद काशी मथुरा में मंदिर बनने में अब कहीं कोई विलंब नहीं होगा।
कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना
इधर, सांसद साध्वी प्रज्ञा के बयान को लेकर कांग्रेस ने पटलवार किया है। कांग्रेस धर्म उत्सव प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रिचा गोस्वामी ने कहा कि बीजेपी धर्म के नाम पर धंधा कर रही है। सर्वे के बहाने काशी मुथरा के लिए बीजेपी माहौल बना रही है। पुराने मंदिरों के संरक्षण के बजाए नए स्थल खोज रही है। उन्होंने कहा कि सुपर कॉरिडोर के नाम पर पहले की कई मंदिर मस्जिद हटाए गए हैं।
बता दे कि भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहती है। अब ज्ञानवापी के मामले में एएसआई की रिपोर्ट सामने आने के बाद साध्वी प्रज्ञा ने बयान दिया है। एएसआई की रिपोर्ट के मुताबिक ज्ञानवापी में मस्जिद की वर्तमान संरचना के निर्माण से पहले बड़ा हिन्दू मंदिर था। हालांकि, मामले को अभी 1991 के पूजा स्थल कानून की परीक्षा से गुजरना होगा। वहीं रिपोर्ट मिलने के बाद हिन्दू पक्ष ने वहां पूजा-पाठ की अनुमति मांगी है जबकि मुस्लिम पक्ष ने कानूनी लड़ाई को आगे बढ़ाने का ऐलान किया है।