अरुण तिवारी, BHOPAL. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक रवि यादव ने उनका साथ छोड़ दिया है। रवि सिंधिया के साथ कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी ने उन्हें कार्यसमिति सदस्य बनाया था। रवि यादव ने कहा कि उनको अब घुटन महसूस हो रही थी, इसलिए वे सिंधिया से अलग हो गए।
सिंधिया के नाम पर नहीं होते काम- रवि यादव
रवि यादव ने द सूत्र से बात करते हुए कहा कि सिंधिया के नाम पर कोई काम नहीं होते। ना तो मंत्री सुन रहे हैं और ना अधिकारी सुनते हैं। पहले कांग्रेस में हर जगह सुनवाई होती थी। अब तो सिंधिया समर्थक मंत्री ही नहीं सुन रहे तो फिर बीजेपी रहने से क्या फायदा। अब यहां घुटन महसूस हो रही थी, इसलिए बीजेपी को छोड़ दिया। आगे कहां जाऊंगा, ये मैंने नहीं सोचा। 30 जून के बाद कोई फैसला करूंगा।
कौन है रवि यादव?
रवि यादव भोपाल के रहने वाले हैं। रवि यादव का लालघाटी चौराहे पर जय माता दी रेस्टोरेंट है। जब भी सिंधिया आते थे तो वे लालघाटी चौराहे पर समर्थकों के साथ उनका स्वागत करते थे। सिंधिया के साथ ही उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। वे कांग्रेस में प्रदेश सचिव रहे हैं।
इससे पहले इन सिंधिया समर्थक ने बीजेपी छोड़ी थी
करीब तीन साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए बैजनाथ यादव ने 14 जून को कांग्रेस में वापसी कर ली थी। शिवपुरी से यादव करीब 500 वाहनों का काफिला लेकर भोपाल पीसीसी पहुंचे थे। यहां दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, जयवर्द्वन सिंह की मौजूदगी में कमलनाथ ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलवाई। बैजनाथ यादव के साथ बदरवास की जनपद अध्यक्ष मीरा सिंह ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। बैजनाथ यादव ने कहा कि मैं तीन साल से बीजेपी में अपना मान-सम्मान खोकर घुटन की जिंदगी जी रहा था। अब मैंने चाहा की क्यों न अब वापस अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में चला जाऊं, क्योंकि कांग्रेस पार्टी से मेरे पैतृक संबध रहे हैं। मेरे पिता भीकम सिंह भी कांग्रेस में रहे और अब में पूरे समर्थन के साथ कांग्रेस में फिर शामिल हो रहा हूं। बैजनाथ सिंह यादव के साथ विनय यादव ने भी कांग्रेस का दामन थामा। विनय ने कहा कि बीजेपी को मैंने काफी समय दिया। बीजेपी की कथनी और करनी से परेशान होकर कांग्रेस जॉइन कर रहा हूं।