Bhopal. भोपाल के टीला जमालपुरा में युवक को कुत्ता बनाने और धर्मांतरण का दबाव डालने का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुका है। पुलिस ने अब जाकर आरोपियों पर कड़ा कदम उठाया है। आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है और उनके घर भी तोड़े गए हैं। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सियासत भी शुरू हो चुकी है, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया है कि पूरे मामले में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से लेकर दिल्ली के एक भी कांग्रेस नेता ने एक शब्द भी नहीं बोला है। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेसियों की चुप्पी पर निशाना साधा। सीएम शिवराज ने कहा है कि आरोपियों को ऐसा सबक सिखाएंगे कि पूरा देश याद रखेगा।
यह बोले गृहमंत्री
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि एक व्यक्ति के गले में पट्टा बांधकर अमानवीय कृत्य करने वालों की निंदा करने के लिए कांग्रेस के दिल्ली से भोपाल और भोपाल से गांव की चौपाल तक कांग्रेस के नेताओं के मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला। वे चचाजान दिग्विजय सिंह जो उत्तराखंड से लेकर हर घटना पर ट्वीट करते हैं, भोपाल की घटना पर एक शब्द भी ट्वीट नहीं कर रहे। कमलनाथ जो कहते थे कि हिंदू हूं, बेवकूफ नहीं। वो हिंदू का ही बेटा था जिसके गले में पट्टा बांधकर भौंकने के लिए कहा गया। धर्म परिवर्तन की भी बात आई, तो किसी ने निंदा नहीं की, हां बुलडोजर चलने पर सभी को आपत्ति है।
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सीएम बोले नहीं चलने देंगे धर्मांतरण का कुचक्र
इस मामले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि.धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलने दिया जायेगा। गड़बड़ कोई भी करेगा, गुंडागर्दी.दादागिरी नहीं चलने दी जाएगी। गुंडागर्दी करने वालों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि पूरा देश याद रखेगा। ऐसे बदमाशों, असामाजिक तत्वों को छोड़ा नहीं जायेगा।
नरोत्तम बोले कुचल कर रख देंगे
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच करेगी। जो कोई भी धर्मांतरण का प्रयास करेगा, ऐसे अमानवीय कृत्य करेगा। मध्यप्रदेश में ऐसी मानसिकता को कुचल कर रख देंगे। उन्होंने बताया कि मामले में सभी 6 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। कल भी कहा था आज फिर कह रहा हूं इस तरह की मानसिकता को कुचल कर रख दिया जाएगा।
गीता प्रेस मामले पर भी बोले
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गीता प्रेस को गांधी शांति सम्मान दिए जाने के फैसले पर हो रही सियासत पर कहा कि मैं आचार्य प्रमोद कृष्णम् के बयान से सहमत हूं। जयराम रमेश कांग्रेस के पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं। वे बोले कि प्रमोद कृष्णम् ने सही कहा है कि पिछले कुछ सालों में इटालियन कल्चर का जो कांग्रेस के अंदर प्रवेश हुआ है। वे गीता प्रेस की आवश्यकता और महत्ता को नहीं समझ सकते। यही तुष्टिकरण की राजनीति है।