BHOPAL. मध्यप्रदेश में मंत्री मंडल के गठन को लेकर चल रही कवायद अंतिम दौर में पहुंच गई है। मंत्री मंडल में शामिल होने वाले नामों को लेकर केंद्रीय नेतृत्व ने हरी झंड़ी दे दी है। इस संबंध में शुक्रवार की देर शाम मुख्यमंत्री मोहन यादव की दिल्ली में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी हुई। बताया गया है कि इससे पहले सीएम ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर मंत्री मंडल के क्राइटेरिया को अंतिम रूप दे दिया था। अंदरखाने में चर्चा है कि शनिवार शाम को नया मंत्री मंडल शपथ ले सकता है।
इनके नाम तय!
बीजेपी के अंदरखाने के अनुसार विजयराघवड़ से विधायक संजय पाठक, बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, सांवेर से विधायक तुलसी सिलावट, ग्वालियर से विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर, सीधी से विधायक रीति पाठक, जबलपुर पश्चिम से विधायक राकेश सिंह, जयंत मलैया दमोह विधायक, प्रदीप लारिया नरयावली विधायक के नाम पर मुहर लग चुकी है। यदि कोई आसमानी-सुलतानी नहीं होती है तो ये विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
इंदौर से मेंदोला या मालिनी
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि इंदौर से रमेश मेंदोला और मालिनी गौड़ का नाम मंत्री बनाने के लिए प्रमुखता से रखा गया है, लेकिन इसमें सबसे बड़ा पेंच यह है कि मेंदोला और मालिनी में से किसी एक को ही मौका मिल सकता है। केंद्रीय नेतृत्व की मंशा है कि इंदौर से इन दोनों में से कोई एक मंत्री मंडल में शामिल हो।
कैलाश प्रदेश अध्यक्ष
केंद्रीय नेतृत्व की ओर से मंत्री मंडल के जमावड़े को अंतिम रूप दिए जाने के साथ ही प्रदेश के बड़े और दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय के लिए भी भूमिका तय कर दी है। अंदरखाने की माने तो विजयवर्गीय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का फैसला मंत्री मंडल गठन के साथ ही हो सकता है।
पटेल जाएंगे दिल्ली
नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बना दिया गया है। वहीं, राकेश सिंह और रीति पाठक को मंत्री बनाए जाने की योजना केंद्रीय नेतृत्व की है। दिल्ली ने कैलाश विजयवर्गीय को प्रदेश संगठन की कमान सौंपने का प्लान बनाया है। ऐसे में प्रदेश के एक और दिग्गज नेता बचते हैं प्रहलाद पटेल। केंद्रीय नेतृत्व पटेल को दिल्ली में रखना चाहता है। गौरतलब है कि प्रहलाद पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल से ही उनके साथ काम कर रहे हैं। वहीं, नरेंद्र सिंह तोमर को दिल्ली से भोपाल भेज दिया गया है। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व का प्लान है कि पटेल को जबलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ाया जाए। पटेल का उपयोग मोदी शाह की जोड़ी दिल्ली सरकार में करने का मन करीब करीब बना चुकी है।