BHOPAL. मध्यप्रदेश की 16वीं विधानसभा के पहला सत्र के तीसरे दिन बुधवार, 20 दिसंबर को नरेंद्र सिंह तोमर को सर्व सहमति से अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। वहीं विधानसभा से पंडित नेहरू की तस्वीर हटाने को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस विधायक नेहरू, गांधी, अंबेडकर, सरदार पटेल की फोटो लेकर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे गए। उन्होंने नेहरू की तस्वीर सदन से हटाए जाने का विरोध किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार समेत कांग्रेस विधायकों ने बाबा साहब अमर रहे के नारे लगाए।
सीएम यादव ने कहा-विपक्ष की अच्छी पहल, शिवराज बोले- अध्यक्ष पद की ताकत बढ़ाएंगे तोमर
सीएम डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को शुभकामनाएं देते हुए कहा, विपक्ष की अच्छी पहल है कि स्पीकर के लिए समर्थन दिया। वहीं पूर्व सीएम शिवराज ने कहा, तोमर विधानसभा अध्यक्ष पद की ताकत बढ़ाएंगे। सरकार तो अपना काम करेगी ही, पर तोमर प्रदेश के हित में बड़े फैसले लेंगे। चुनाव प्रबंधन का काम हो या संगठन का, तोमर हमेशा संकट मोचन साबित हुए हैं।
तोमर का कार्यकाल सफल साबित होगा : पटेल
प्रहलाद पटेल ने कहा, विधायक बनकर आए तोमर का अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल सफल साबित होगा। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि आज के बाद वे तोमर पर टिप्पणियां नहीं कर पाएंगे, क्योंकि अध्यक्ष की गरिमा का ध्यान रखना पड़ेगा।
तोमर को पक्ष-विपक्ष दोनों से सम्मान मिलेगा: रावत
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी तोमर की प्रशंसा की। वहीं, कांग्रेस विधायक राम निवास रावत ने कहा कि अध्यक्ष के रूप में तोमर को पक्ष और विपक्ष दोनों से सम्मान मिलेगा, ऐसी उम्मीद है। तोमर के अंदर कभी बदले की भावना नहीं रही। उन्होंने राजनीति को हमेशा वैचारिक मतभेद से अलग रखा।
कांग्रेस मांग चुकी है डिप्टी स्पीकर का पद
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का समर्थन किया है। तोमर का समर्थन कर कांग्रेस डिप्टी स्पीकर का पद चाहती है। इसलिए अगर बीजेपी की सहमति रही तो डिप्टी स्पीकर का पद कांग्रेस को मिल सकता है।
डिप्टी स्पीकर को लेकर यह है परंपरा...
पूर्व में यह पद परंपरा के आधार पर विपक्षी दल को मिलता रहा है, लेकिन पिछली विधानसभा में यह परंपरा खत्म कर दी गई थी। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार जाने के बाद डिप्टी स्पीकर किसी को नहीं चुना गया था। विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी एनपी प्रजापति को सौंपी गई थी।