Bhopal. कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा धर्मांतरण विरोधी कानून को वापस ले लिया गया है। जिसके बाद मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने बयान दिया है कि कांग्रेस का हाथ जेहादियों के साथ है। मिश्रा बोले कि यह कांग्रेस का हिडन एजेंडा है जिसे सभी लोग समझ रहे हैं। वे तुष्टिकरण की राजनीति दोबारा शुरू करना चाहते हैं। जिसके लिए उन्होंने अपने कदम भी बढ़ा दिए हैं। मिश्रा ने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता को इस बारे में सोचना चाहिए।
खड़गे पर भी किया कटाक्ष
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक से ही आते हैं, अब वहां धर्मांतरण वाला कानून वापस ले लिया गया है। आप कांग्रेस का हिडेन एजेंडा समझिए, खड़गे जी तो कुछ बोले नहीं, वह बोलने की स्थिति में भी नहीं होंगे। लेकिन प्रियंका और राहुल गांधी से सवाल है कि प्रियंका कहती थीं- लड़की हूं, लड़ सकती हूं। यह कानून तो लड़कियों की सुरक्षा के लिए ही था। क्या ऐसे कानून को रद्द करना जिहादियों को संरक्षण देना नहीं हैं? मिश्रा ने कहा कि एक बात तो स्पष्ट हो गई कि कांग्रेस का हाथ जिहादियों के साथ है।
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वीडी शर्मा ने भी किया ट्वीट
इधर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कर्नाटक सरकार के लिए फैसले पर ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्मांतरण विरोधी कानून वापस लेकर अपनी असली सोच को बताया है। मेरा आरोप है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस और कमलनाथ भी धर्मांतरण का समर्थन करते हैं और अगर नहीं करते तो कर्नाटक सरकार के निर्णय का विरोध करें।
कर्मचारियों को धमकाने पर भी उठाया सवाल
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को भी आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि कमलनाथ पहली बार कर्मचारियों को नहीं धमका रहे, ये हार की हताशा है। वे अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ गुलामों जैसा बर्ताव करना चाहते हैं। अधिकारी-कर्मचारी पढ़े लिखे होते हे और कमलनाथ जी, जब दिग्विजय सिंह सीएम थे तब उन्होंने भी कहा था कि हमें इनके वोट नहीं चाहिए। मिश्रा बोले कि कभी आप कहते हैं कि 15 महीने बाद हिसाब लूंगा, कभी कहते हो बीजेपी के लिए काम करने वालों की सूची बना रहा हूं। यह निंदनीय है और चिंता मत कीजिए इनकी धमकी से कोई डरने वाला नहीं।