KOTA. ब्रह्मांड में होने वाली अनोखी और चमत्कारिक घटनाओं को समझने और जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए राजस्थान को एक केंद्र की सौगात मिलने वाली है। इसके लिए कोटा में राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र और डिजिटल प्लेनेटोरियम की स्थापना की जा रही है। यह प्लेनेटोरियम कोटा के राजीव गांधी नगर में बनाया जाएगा। इससे विद्यार्थी और आमजन दैनिक जीवन में विज्ञान की भूमिका और खगोलीय घटनाओं के रहस्य आकर्षक मॉडल्स और एक्सपेरिमेंट्स के जरिए समझेंगे।
भारत के वैज्ञानिकों के बारे में रहेगी जानकारी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की स्थापना के लिए 7.40 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है। केंद्र में विज्ञान के कठिन सिद्धांतों को सरलता से समझाने के लिए फन साइंस एवं थीमेटिक गैलरीज का निर्माण होगा। आउटडोर और इंडोर मॉडल्स की स्थापना होगी। इसमें भारत के वैज्ञानिकों के बारे में जानकारी उपलब्ध रहेगी। यहां 80 से 85 दर्शक क्षमता वाला अत्याधुनिक डिजिटल प्लेनेटोरियम बनेगा। इसमें विभिन्न खगोलीय ग्रहों की जानकारी दी जाएगी।
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खगोलीय घटनाओं और विज्ञान को समझने के लिए होंगे 3-डी शो
विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रोचकता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। एक ऑडिटोरियम भी बनेगा, जिसमें 3-डी शो होंगे। केंद्र की स्थापना का कार्य संस्कृति मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद के तकनीकी सहयोग द्वारा किया जा रहा है। स्थापना को लेकर राज्य सरकार ने मार्च, 2023 में 12.67 करोड़ रुपए परिषद को हस्तांतरित किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2023-24 के बजट में राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए घोषणा की थी। उसी के तहत राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र एवं डिजिटल प्लेनेटोरियम की स्थापना की जाएगी।