JAIPUR. राजस्थान में नई सरकार के मंत्रिमंडल के साथ ही अब नए मुख्य सचिव को लेकर भी उत्सुकता है। मौजूदा मुख्य सचिव उषा शर्मा का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो जाएगा। आगे चूंकि दो दिन अवकाश है इसलिए आज उनका अंतिम कार्य दिवस है। मुख्य सचिव की रेस में वरिष्ठता क्रम के लिहाज से 10 आईएएस अफसरों के नाम चर्चा में हैं।
ये नाम सबसे आगे
मुख्य सचिव की दौड़ में वरिष्ठता के आधार पर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी सुबोध अग्रवाल, 1989 बैच के वी. श्रीनिवास, शुभ्रा सिंह, राजेश्वर सिंह, रोहित कुमार सिंह हैं। इनमें से रोहित कुमार सिंह मार्च और राजेश्वर सिंह जुलाई 2024 में रिटायर हो जाएंगे। इनके अलावा 1990 बैच के संजय मल्होत्रा, 1991 बैच के सुधांश पंत, 1992 बैच के अभय कुमार सिंह और रजत कुमार मिश्रा भी के नाम हैं।
राजस्थान में वरिष्ठता नहीं है पैमाना
वैसे तो मुख्य सचिव का पद वरिष्ठता के आधार पर तय होता लेकिन पिछले वर्षों में देखा गया है कि मुख्य सचिव की नियुक्ति में वरिष्ठता का ज्यादा महत्व नहीं रहा है। हर सरकार अपने हिसाब से मुख्य सचिव का चयन करती है। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने 10 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की वरिष्ठता की अनदेखी कर निरंजन आर्य को मुख्य सचिव बना दिया था। माना जा रहा है कि इस बार भी वरिष्ठता लांघ कर किसी अधिकारी को इस पद पर नियुक्त किया जा सकता है। इनमें सुधांश पंत, संजय अग्रवाल और शुभ्रा सिंह के नाम प्रमुख रूप से लिया जा रहा है।
मौजूदा मुख्य सचिव उषा शर्मा का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो गया था, लेकिन केंद्र सरकार से 6 माह का एक्सटेंशन मिलने से गहलोत सरकार ने उनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 तक बढ़ा दिया था। अब शुक्रवार को सरकारी कामकाज के हिसाब से सप्ताह का आखिरी दिन है, हालांकि उषा शर्मा दो दिन और इस पद पर रहेंगी।