JAIPUR. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की घोषित नई टीम में राजस्थान से पुराने चेहरों को ही रिपीट किया गया है। इनमें किसी चेहरे के पद में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। नड्डा ने शनिवार (29 जुलाई) सुबह अपनी नई टीम का ऐलान किया। जेपी नड्डा की नई टीम में राजस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सुनील बंसल और अलका गुर्जर को शामिल किया गया है। यह तीनों पहले भी नड्डा की टीम में शामिल थे। वसुंधरा राजे पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थीं, उन्हें उसी पद पर रखा गया है। इसी तरह सुनील बंसल राष्ट्रीय महामंत्री और अलका गुर्जर को राष्ट्रीय सचिव बनाए रखा गया है। किसी के भी पद में ना बढ़ोतरी हुई है ना किसी का कद कम किया गया है। वहीं जयपुर ग्रामीण के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं।
वसुंधरा राजे पिछले 5 वर्ष से पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। राजस्थान में पिछले चुनाव में बीजेपी की हार के बाद उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था और तब से वह इस पद पर काम कर रही हैं। वहीं बंसल और अलका गुर्जर नड्डा के अध्यक्ष बनने के बाद उनकी कार्यकारिणी में शामिल किए गए थे।
इसलिए रिपीट हुए चेहरे
पार्टी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में चुनाव को देखते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजस्थान से फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है। सूत्रों का कहना है वसुंधरा राजे के दायित्व में बदलाव किया जाता तो चुनाव के समय इसके अलग अर्थ निकाले जाते। उन्हें पद से हटाया जाता और कोई दूसरा पद नहीं दिया जाता तो इसका संदेश गलत जा सकता था और चुनाव के समय यह पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकता था। इसीलिए उन्हें मौजूदा पद पर कायम रखा गया है। वहीं सुनील बंसल की बात की जाए तो वह गृहमंत्री अमित शाह की टीम के सदस्य हैं। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं। इसके अलावा अलका गुर्जर पूर्वी राजस्थान से आती हैं और और गुर्जर समुदाय का प्रतिनिधित्व करती हैं। जो वैसे तो पार्टी का वोट बैंक रहा है लेकिन पिछले चुनाव में सचिन पायलट के कारण कांग्रेस के पास चला गया था। पूर्वी राजस्थान में पार्टी की कमजोर स्थिति को देखते हुए उन्हें भी पद पर बनाए रखना पार्टी के लिए जरूरी था।
पूनिया या किरोड़ी के शामिल होने की थी चर्चा
नड्डा की नई कार्यकारिणी में राजस्थान से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को शामिल किए जाने की चर्चाएं थी, क्योंकि दोनों को ही पिछले दिनों ही राष्ट्रीय कार्यसमिति में सदस्य के रूप में शामिल किया गया था। पूनिया के बारे में तो लंबे समय से चर्चा थी उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ।