संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी नेता और पूर्व विधायक भंवरसिंह शेखावत के कांग्रेस में जाने की अटकलों के बीच उन्होंने द सूत्र से चर्चा करते हुए साफ कहा कि फिलहाल अभी कांग्रेस में नहीं जा रहा हूं लेकिन सारे विकल्प खुले हैं। उन्होंने कहा कि बाजार में सारे विकल्प मौजूद है और यह सभी को पता है। मैंने पार्टी (बीजेपी) से बदनावर से टिकट मांगा है, साथ ही कहा है कि बड़नगर और देपालपुर में भी आपके पास विकल्प नहीं है। इन दोनों जगह से भी मैं लड़ सकता हूं। अब यह पार्टी को सोचना है कि वह मेरे लिए क्या करेगी?
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कांग्रेस से संपर्क को लेकर यह बोले शेखावत
शेखावत ने कांग्रेस में जाने को लेकर कहा कि मुझसे कई स्थानीय नेता संपर्क में रहते हैं। लगातार आते रहते हैं लेकिन मैं खुद तो कांग्रेस में आगे बढ़कर टिकट मांगने नहीं जाउंगा? आखिर मैं भी काफी सीनियर लीडर हूं। मैंने कांग्रेस नेताओं को यही कहा है कि पहले वह अपनी टिकट को लेकर तो स्थिति स्पष्ट करें, कि उनके हाईकमान मुझे लेकर क्या सोचते हैं? हाईकमान यदि मुझे टिकट नहीं देना चाहेगा तो फिर मैं क्या करूंगा उनसे बात करके या पार्टी में जाकर? इसलिए पहले वह स्थिति स्पष्ट करें। फिर जाने में कोई समस्या नहीं है, लेकिन फिलहाल कांग्रेस में शामिल होने की बात गलत है।
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बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने टिकट नहीं दिया तो…
द सूत्र ने उनसे पूछा कि यदि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही आपके टिकट के लिए राजी नहीं होती है तो क्या विकल्प है? इस पर उन्होंने बेबाकी से कहा कि कोई विकल्प नहीं है,शांति से घर बैठेंगे। क्या मुझ जैसे नेता को निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहिए ? मुझे तो नहीं लगता। देखते हैं अभी तो सभी कयास लगा रहे हैं। जो भी होगा चर्चा कर फैसला लूंगा।
मनाने के लिए नगर अध्यक्ष रणदिवे, चावड़ा भी आए
बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और आईडीए चेयमरैन जयपाल सिंह चावड़ा शुक्रवार को शेखावत को मनाने के लिए आए थे ? इस पर वह बोले कि हां आए थे, लेकिन उन्हें भी वही बात कही जो मैंने सीएम शिवराज सिंह चौहान और पार्टी स्तर पर पहले कही थी। मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं और मैंने विकल्प बता दिए हैं कि पार्टी कहां से लड़वा सकती है। अब यह पार्टी को सोचना है। फिलहाल तो बीजेपी में ही हूं लेकिन मुझे अपना राजनीतिक भविष्य भी देखना है।
सिंधिया समर्थक दत्तीगांव के कारण कट रहा टिकट
शेखावत इंदौर बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं। विधानसभा क्रमांक 5 से विधायक रह चुके हैं। 1993 में हुए चुनाव में विधानसभा क्रमांक 5 से शेखावत पहली बार विधायक बने। उन्होंने कांग्रेस के अशोक शुक्ला को 13 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। इसके बाद शेखावत 2013 के बदनावर चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी की ओर से एक बार जीत चुके हैं। हालांकि,बाद में 2018 के चुनाव में कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़े दत्तीगांव से हार गए थे। बाद में फिर दत्तीगांव बीजेपी में आए और उपचुनाव में वह बीजेपी की ओर से चुनाव लड़कर फिर जीते थे। अब सिंधिया के खास राजवर्धन दत्तीगांव के बीजेपी में आने के बाद उनका टिकट वहां से पक्का है, इसके चलते शेखावत के लिए टिकट का रास्ता कठिन हो गया है। समंदर पटेल भी सिंधिया के साथ बीजेपी में गए थे लेकिन भोपाल में शुक्रवार 18 अगस्त को वापस उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली, वह जावद से टिकट मांग रहे हैं, बीते चुनाव में निर्दलीय लड़े थे और 35 हजार वोट मिले थे।