संजय गुप्ता, Indore. भूमाफिया दीपक मद्दा, उर्फ दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया पर अब जमीन घोटाले को लेकर नौंवी एफआईआर दर्ज हुई है। यह एफआईआर त्रिशला गृह निर्माण सोसायटी के एक प्लॉट को लेकर हुई है, जिसमें खुद मद्दा ही अध्यक्ष था। मद्दा के साथ ही इसमें जयंत बम और रविंद्र बम को भी आरोपी बनाया गया है। तिलकनगर थाने में हुई एफआईआर में आईपीसी धारा 420 के साथ ही 467, 468, 471 और 120 बी की भी धाराएं लगाई है, जो थाने से गैर जमानती है। फिलहाल मद्दा कल्पतरू सोसायटी के 4.89 करोड़ के घोटाले में जेल में बंद है, इसमें अगली सुनवाई 14 जुलाई लगी हुई है।
मद्दा ने पीड़ित को हटाकर अपने भाई कमलेश को बना दिया सदस्य
थाना तिलकनगर में प्रकरण क्रमांक 284/23 में धारा -420,467,468,471,120 दर्ज हुआ है। आवेदक सिद्धार्थ पिता राजेन्द्र पोखरना उम्र -41 साल निवासी - 53 चाणक्यपूरी कालोनी अन्नपूर्णा रोड ने शिकायत की है कि त्रिशाला गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित के अध्यक्ष दिलिप सिसोदिया उर्फ दीपक जैन उर्फ मद्दा व जयेन्द्र बम एवं रविन्द्र बम ने मिलजुलकर संस्था का मेरा प्लाट जो अभी आईडीए की स्कीम 140 में आ रहा है, उसे हड़प लिया है। फरियादी ने संस्था सदस्य बनकर साल 2000 में यह प्लॉट लिया था, बाद में वह अमेरिका चला गया। इस प्लॉट के लिए एक लाख दो हजार रुपए भी दिए गए। बीच-बीच में संस्था को रजिस्ट्री का बोला तो टालते रहे कि अभी संस्था और आईडीए का विवाद चल रह है। सूचना के अधिकार में समय-समय पर सदस्यता सूची प्राप्त की तो इसमें 2009 तक तो था लेकिन बाद में 2016-17 में पता चला कि मेरी जगह सदस्यता क्रमांक पर कमलेश जैन आ गया। कमलेश जैन, मद्दा का भाई है जो पुष्पविहार कॉलोनी मजदूर पंचायत सोसासटी में भी आरोपी है।
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मद्दा पर रासुका से लेकर पहले ही कई एफआईआर हो चुकी
फरवरी 2021 में चले भूमाफिया अभियान के तहत मद्दा पर एक के बाद एक कई एफआईआर एमआईजी थाने, खजराना में दर्ज की गई। श्रीराम संस्था, देवी अहिल्या सोसायटी, मजदूर पंचायत सभी में उसके द्वारा जमीन की धोखाधड़ी की गई है। रासुका भी लगाई गई थी जो बाद में ट्रिब्यूनल से रद्द हो गई। कल्पतरू संस्था में घोटाले में क्राइम ब्रांच ने तीन अप्रैल को गिरफ्तार किया और एफआईआर भी हुई। अब एक नई एफआईआर हुई है।
ईडी भी मार चुका छापा, ले चुका 15 दिन की रिमांड पर
मद्दा इतना बड़ा भूमाफिया है कि ईडी तक इस केस में आ चुकी है और उसने मई में उसके यहां छापा भी मारा था। बाद में उसे जेल से कस्टडी में लेकर 15 दिन तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई और साथ ही उसकी 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों की जानकारी जुटाकर उसे अटैच करने की प्रोसेस भी कर दी है। इन संपत्तियों की खरीदी पर रोक लग चुकी है जिसमें मद्दा के साथ टीनू संघवी, समता जैन, वैभवलक्ष्मी रियल एस्टेट, आशीष जैन, प्रतीक संघवी, जयश्री संघवी सहित कई लोग विविध कंपनियों में डायरेक्टर है।
अभी 14 जुलाई तक जेल में
ईडी स्पेशल कोर्ट में मद्दा की लगातार सुनवाई चल रही है। 30 जून को भी पेशी जिसमें कोर्ट ने उसे 14 जुलाई तक जेल भेज दिया है। वही ईडी इसमें मद्दा के बयानों को आधार पर अन्य लोगों को भी राडार पर ले रही है जो किसी भी तरह उससे खरीदी-बिक्री में जुड़े हुए थे, खासकर जिन्होंने उससे कौड़ियों के भाव पर यह जमीन खरीदी थी। ईडी उन सभी जमीनों को अटैच करने की प्रक्रिया कर रही है।