BHOPAL. मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े की जांच के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। सीएम शिवराज ने भर्ती तो रोक दीं, लेकिन अब तक सरकार की ओर से जांच का कोई आदेश नहीं दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि बिना आदेश के जांच कैसे होगी।
घोटाले की जांच नहीं करा रही मध्यप्रदेश सरकार
पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित उम्मीदवार नियुक्ति की राह देख रहे हैं। भर्ती पर सीएम शिवराज ने रोक लगा दी है। उम्मीदवारों को इंतजार है कि जल्द से जल्द घोटाले की जांच हो और नियुक्ति मिले। सरकार पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच नहीं करा रही है। अब तक जांच का कोई आदेश नहीं दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा- जांच का तो सवाल ही नहीं उठता
कर्मचारी चयन बोर्ड के अधिकारियों का साफ कहना है कि उनके पास जांच के लिए कोई आदेश नहीं आया है, इसलिए जांच का तो सवाल ही नहीं उठता।
सीएम शिवराज ने 13 जुलाई को रोकी थी भर्ती प्रक्रिया
कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह-2, उप समूह-4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेन्टर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूँ। सेन्टर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 13, 2023
सीएम शिवराज ने पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट पर उठ रहे सवालों की वजह से नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। सीएम शिवराज ने 13 जुलाई को ट्वीट किया था। सीएम ने लिखा था कि कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह-2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेंटर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। सेंटर के परिणाम का पुन: परीक्षण किया जाएगा।
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अब तक जारी नहीं हुआ आदेश
कर्मचारी चयन बोर्ड की डायरेक्टर षणमुख प्रिया मिश्रा ने बताया कि पटवारी परीक्षा की जांच के संबंध में कोई आदेश उन तक नहीं पहुंचा है, इसलिए जांच का सवाल ही पैदा नहीं होता। कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन मलय श्रीवास्तव ने कहा कि जांच के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं एजेंसी एडुक्विटी के अधिकारी इस मामले में कोई भी बात करने से इनकार कर रहे हैं।