BHOPAL. यूं तो 13 का अंक शुभ नहीं माना जाता है। अंक 3 की तरह ही लोग नंबर 13 के संयोग से बचते हैं, लेकिन बीजेपी के साथ ऐसा नहीं है। पिछले कुछ महत्वपूर्ण घटनाक्रमों पर नजर डालने पर सामने आता है कि इस 13 के अंक को बीजेपी ने अपना लिया है। संयोग कहें या प्लानिंग इस 13 अंक के साथ उसकी जुगलबंदी सफल साबित हो रही है। तो आइए नजर डालते हैं उन महत्वपूर्ण घटनाक्रमों पर जो 13 और बीजेपी का संयोग बनाते हैं।
13 दिसंबर को सीएम की शपथ
सबसे पहले बात करते हैं हाल में हुए विधानसभा चुनावों की। इनमें राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार बनाने में सफल रही। सप्ताह भर से अधिक चले ऊहपोह के बाद तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री घोषित कर दिए गए। इनमें राजस्थान को छोड़ दें तो मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख 13 रखी गई। यानी 13 नंबर को बीजेपी ने शपथ के लिए प्लानिंग के साथ चुना।
13वीं लोकसभा में अटलजी बने थे पीएम
इससे पहले की बात की जाए तो 13 का मिथक तोड़ने वाले सबसे पहले बीजेपी नेता अटल बिहारी वाजपेयी थे। बीजेपी के साथ 13 का आंकड़ा तब जुड़ा, जब अटल बिहारी वाजपेयी भारत के 10वें प्रधानमंत्री बने। 16 मई 1996 को वाजपेयी ने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। लोकसभा थी 13वीं। हालांकि, बहुमत नहीं मिलने के कारण 13 दिनों में ही उनकी सरकार गिर गई। इसके बाद मार्च 1998 में दूसरी बार अटल बिहारी वाजपेयी ने 13 दलों के सहयोग से यानी एनडीए की सरकार बनाई।
13 महीने चली थी सरकार
अब सबसे बड़ी बात दूसरी बार उनकी सरकार 13 महीने चली। इस 13 महीनों के कार्यकाल में अटल सरकार ने पोकरण में दूसरा परमाणु परीक्षण 13 मई को किया। इसके बाद 1999 के मध्यावधि चुनाव में एनडीए को बहुमत मिला। अटल बिहारी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और पांच साल तक सरकार चलाई। 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी ने 13 अप्रैल को नामांकन किया और वोटिंग के बाद 13 मई को वोटों की गिनती हुई। वाजपेयी तो लखनऊ से चुनाव जीत गए मगर एनडीए हार गई।
नरेंद्र मोदी का मैजिक 13
13 का नंबर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ भी जुड़ा है। जून 2013 में गोवा में पीएम कैंडिडेट पर मंथन के लिए बीजेपी कार्यसमिति की बैठक हुई। उस समय नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान के प्रमुख बने। सितंबर 2013 की वह 13 तारीख ही थी, जब संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी को 2014 के लिए पीएम कैंडिडेट घोषित किया गया। 13 नंबर और नरेंद्र मोदी के साथ एक और संयोग जुड़ा है। नरेंद्र मोदी 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे, यानी कुल 13 साल। अब यह 13 का अंक मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ क्या संयोग बनाता है, यह तो वक्त ही बताएगा।