RAIPUR. छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। भूपेश सरकार के मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि इस बार प्रदेश में में धान खरीदी एक नवंबर से पहले ही शुरू होगी। मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि धान खरीदी मौसम पर आधारित प्रक्रिया है, इसलिए धान खरीदी पर सब कैबिनेट निर्णय लेगी।
खरीदी को लेकर विरोध नहीं चाहेगी कांग्रेस सरकार
बता दें कि प्रदेश में इस बार नवंबर में ही विधानसभा चुनाव हैं ऐसे में कांग्रेस सरकार किसानों से किसी तरह का विरोध नहीं लेना चाहेगी। धान खरीदी छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ा मुद्दा विपक्ष के लिए होता है ऐसे में सरकार चुनाव के समय में बीजेपी के लिए यह मृद्दा नहीं छोड़ना चाहती है। पिछले बार इसके पहले खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में 1 नवंबर से ही धान खरीदी की गई थी। लेकिन इस बार सरकार इसके पहले से ही खरीदी करने का प्लान बना रही है।
धान खरीदी को लेकर विभाग ने शुरू की तैयारियां
छत्तीसगढ़ में किसान धान के फसल की रोपाई और बुवाई में लगे हुए हैं, वहीं धान खरीदी को लेकर विभाग ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं, इस बार धान खरीदी को लेकर विभाग ने अहम बदलाव किया है, जिसके तहत किसान पहली बार फिंगरप्रिंट के जरिए धान विक्रय करेंगे यानि उंगलियों के निशान से उनकी पहचान सुनिश्चित होगी, उसके बाद ही धान समिति में क्रय किया जा सकेगा। धान खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता और कसावट लाने की मंशा से यह नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी की जा रही है।
ये खबर भी पढ़ें...
चुनाव आयोग की कलेक्टर एसपी को दो टूक नसीहत - ब्यूरोक्रेटिक प्राईड बढ़ाओ, डरो मत चिंता मत करो
बायोमेट्रिक्स के जरिए की जाएगी किसानों की पहचान
पिछले साल मुकाबले इस बार धान खरीदी कुछ अलग तरह से होगी, समर्थन मूल्य पर होने वाली धान की खरीदी में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए, इस साल किसानों की पहचान बायोमेट्रिक्स के जरिये की जाएगी, अब तक राशन दुकानों में ही राशन लेने के लिए नॉमिनी बनाने की सुविधा दी गई थी, लेकिन अब उसी तर्ज पर धान खरीदी में भी यह सुविधा लागू की गई है। पिछले साल की तुलना में इस साल धान की ज्यादा खरीदी की संभावना जताई जा रही है। इसी को देखते हुए धान बेचने पहुंच रहे किसानों का मौके पर ही फिंगर प्रिंट लिया जाएगा।
ये खबर भी पढ़ें..
सर्वाधिक धान खरीदी में देश का दूसरा राज्य है छत्तीसगढ़
आपको बात दें कि छत्तीसगढ़ राज्य ने खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में धान खरीदी की अंतिम तिथि 31 जनवरी तक 107 लाख 51 हजार 858 मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी कर एक नया रिकॉर्ड कायम कर बीते साल 98 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया था। छत्तीसगढ़ देश में पंजाब के बाद दूसरा राज्य है, जहां सर्वाधिक मात्रा में धान खरीदा गया है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या के मान से यदि देखा जाए, तो छत्तीसगढ़ पूरे देश में अव्वल स्थान पर है। राज्य में 23 लाख 41 हजार 935 किसानों ने अपना धान समर्थन मूल्य पर बेचा है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या के मान से यह आकड़ा इतना ज्यादा है कि देश के अन्य राज्य इसके आसपास भी नहीं है।