विदिशा में सरकारी अस्पताल में दर्द से कराहते रहे मरीज, स्टाफ अस्पताल प्रभारी की बर्थडे पार्टी में था मशगूल, कलेक्टर ने बैठाई जांच

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Chandresh Sharma
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विदिशा में सरकारी अस्पताल में दर्द से कराहते रहे मरीज, स्टाफ अस्पताल प्रभारी की बर्थडे पार्टी में था मशगूल, कलेक्टर ने बैठाई जांच

Vidisha. मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर वैसे ही खराब है, उस पर भी यदि अस्पताल का स्टाफ मरीजों का ध्यान रखने के बजाय जश्न में डूबा रहे तो आवाज उठाना जरूरी हो जाता है। ताजा मामला विदिशा के सिरोंज का है, जहां के शासकीय अस्पताल में मरीज दर्द से कराहते रहे, महिला मरीज मारे दर्द के तड़पती रही लेकिन अस्पताल में स्टाफ के नाम पर कोई मौजूद ही नहीं था। परिजनों ने जब डॉक्टरों को फोन लगाया, तो पता चला कि पूरा स्टाफ अस्पताल प्रभारी की बर्थडे पार्टी में जुटा हुआ था। मामला सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। 







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  • वीडियो हो रहा वायरल







    अस्पताल स्टाफ की गैरमौजूदगी को देखते हुए मरीज के परिजन ने मौके पर ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मरीजों की मदद के लिए स्टाफ के नाम पर कोई भी कर्मचारी अस्पताल में नहीं दिखाई दे रहा है। मरीज के परिजन ही स्ट्रेचर खींचकर ला रहे हैं और अपने परिजन को स्ट्रेचर पर बैठा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ परिजनों का आरोप है कि जब स्वास्थ्य अधिकारी को फोन लगाया गया तो उनका कहना था कि मैं बर्थडे पार्टी भी नहीं मनाऊं क्या?





    सीएमएचओ करेंगे जांच







    यह मामला सामने आने के बाद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि अस्पताल स्टाफ की लापरवाही और गैरमौजूदगी का मामला संज्ञान में आया है। जिसके बाद सीएमएचओ को मामले की जांच के आदेश दे दिये गए हैं। जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। 





    सरकारी अस्पतालों का यही हाल







    ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी मरीज के परिजन ने वीडियो वायरल कर सरकारी अस्पताल की पोल खोली हो। समय-समय पर ऐसे वीडियो जारी किए जाते हैं, मामलों की जांच भी होती है लेकिन कार्रवाई के नाम पर कोई सख्त एक्शन नहीं लिया जाता। यही कारण है कि सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर और सहयोगी स्टाफ का रवैया लापरवाही पूर्ण बना रहता है। 



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