BHOPAL. मध्य प्रदेश एम्प्लाई सिलेक्शन बोर्ड (ESB) की पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले की जांच रिपोर्ट इसी माह सबमिट होने जा रही है। कमेटी को सभी जरूर दस्तावेज बोर्ड से मिल चुके हैं और कमेटी इसका अंतिम तौर पर अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई है। इस रिपोर्ट पर दस लाख उम्मीदवारों की नजरें टिकी हुई है।
जीतू पटवारी ने किया ट्वीट
इस पर अब जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को ट्वीट करते हुए लिखा कि @DrMohanYadav51 जी, चयनित उम्मीदवारों का भविष्य अधर में है! आपको भी कुर्सी संभाले अब एक माह का समय हो गया है! उम्मीद है कि पटवारी भर्ती घोटाले की सच्चाई जल्दी सामने आ जाएगी! साथ ही ये भी लिका कि यदि आप भूल रहे हों, तो मैं याद दिला दूं कि
- 22 नवंबर 2022, ESB की ओर से ग्रुप-2, सब ग्रुप-4 और पटवारी की संयुक्त भर्ती परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था।
- छात्रों ने 5 जनवरी 2023 से 19 जनवरी 2023 तक फॉर्म भरा।
- लगभग 13 लाख अभ्यर्थियों ने इसमें भाग लिया।
- 15 मार्च से 25 अप्रैल 2023 तक प्रदेश के 78 केंद्रों पर अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा हुई।
- 9,78, 266 अभ्यर्थियों ने भाग लिया।
- 30 जून को रिजल्ट जारी हुआ।
- 8,600 अभ्यर्थियों का चयन भी हुआ।
अब सवाल ये हैं कि
- रिजल्ट में टॉप 10 स्टूडेंट की जो सूची जारी हुई, उसमें 7 अभ्यर्थी ग्वालियर के NRI कॉलेज के थे, क्यों?
- फिर तत्कालीन मुख्यमंत्री ने ग्रुप-2, सब ग्रुप-4 और पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधिपति को नियुक्त भी कर दिया! लेकिन, रिपोर्ट अभी तक नहीं आई! क्यों?
- हजारों युवा धरना, प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे हैं! वे बार-बार पूछ रहे हैं कि
- @BJP4MP के शासन में व्यापमं से शुरू हुए भर्ती घोटाले आखिर कब रुकेंगे?
मुख्यमंत्री जी, मध्य प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवा अब ये भी जानना चाहते हैं कि जांच का अंतिम परिणाम कब तक आएगा? और, जब आएगा तो इन सवालों का जवाब भी जरूर मिलेगा
1- मेरिट लिस्ट 10 दिन बाद क्यों आई?
2- टॉप-10 में से 7 अभ्यर्थियों का सेंटर एक ही कॉलेज में क्यों था?
3- दिव्यांग कोटे से चयनित ज्यादातर मुरैना जिले के जौरा से और सबके उपनाम में त्यागी ही क्यों है?
4- कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी थे, वन रक्षक भर्ती परीक्षा में फिट हैं, जबकि पटवारी भर्ती परीक्षा में विकलांग हैं, ऐसा क्यों हुआ?