BHOPAL. मध्यप्रदेश में चुनावी साल में बीजेपी सरकार के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पटवारी अपनी मांगों को लेकर तीन दिनों से अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन कर रहे थे। इसी क्रम में शनिवार, 26 अगस्त को हजारों पटवारियों ने तिरंगा लेकर यात्रा निकाली। उन्होंने जब मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच करने का प्रयास किया, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उनका कहना है कि मांगे पूरी नहीं हुईं तो पटवारी 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
हाथ में तिरंगा और सीएम हाउस के लिए कूच, पुलिस ने रोका
सफेद शर्ट पहने पटवारी अपनी मांगों को लेकर अटल पथ स्थित प्लेटिनम प्लाजा पर इकट्ठा हुए। इस दौरान सभी के हाथों में तिरंगा था और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन करने पहुंचे पटवारियों का प्लान था कि अटल पथ से CM हाउस तक तिरंगा यात्रा निकाली जाए, हालांकि, पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें सीएम हाउस से पहले ही रोक लिया।
ये भी पढ़ें...
महाकाल की शरण में पहुंचे परिणीति और राघव चड्ढा, जानिए शादी से पहले कौन सी कराई पूजा
मांगें पूरी नहीं होने पर 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल
तिरंगा यात्रा सुबह 11 बजे बाद शुरू हुई। मध्यप्रदेश पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि CM हाउस तक शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। किसी प्रकार का प्रदर्शन नहीं करेंगे। शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। मांगें पूरी नहीं होने पर प्रदेशभर के पटवारी 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
ये भी पढ़ें...
प्रदर्शन में पटवारियों के साथ परिजन भी हुए शामिल
प्रदर्शनकारी पटवारियों के साथ उनके परिजन भी मौजूद थे। दावा है कि 19 हजार पटवारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे अलावा उनके परिवार के लोग भी भारी संख्या में शामिल होने के चलते इस यात्रा ने एक जनसैलाब का रूप ले लिया।
किन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं पटवारी?
आरोप है कि 25 साल से वेतनमान नहीं बढ़ा, पटवारियों को 1998 में निर्धारित वेतनमान दिया जा रहा है। जबकि, पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले अधिकारियों के वेतनमान में कई बार वृद्धि की गई। 2007 में सनावद में हुए पटवारी महाअधिवेशन में राजस्व मंत्री ने 2800 पे-ग्रेड किए जाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस पर अमल नहीं हो पाया है।
ये भी अहम मांगों में शामिल
- समयमान की वेतन विसंगति को सुधारा जाए।