BHOPAL. एमपी में पटवारी परीक्षा फर्जीवाड़ा और नियुक्तियों को लेकर हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच गुना में एक पटवारी का नायब तहसीलदार बनाने का मामला सुर्खियों में है। आदेश जारी होने के बाद अफसर को गलती का एहसास हुआ और फिर दूसरे आदेश में कवायद पूरी की गई।
इस तरह जारी हुआ आदेश
मध्यप्रदेश ये संभवत: पहला मामला है, जब किसी पटवारी को नायब तहसीलदार का प्रभार दिया गया हो। नए आदेश में जामनेर की नायब तहसीलदार रेणु कासलीवाल को कर्माखेड़ी तहसीलदार का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। एसडीएम राघौगढ़ अंजली आर ने दोबारा आदेश जारी करते हुए रेणु कासलीवार को अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
ऐसे पटवारी बन गया नायब तहसीलदार
गुना जिले की राघौगढ़ तहसील में पदस्थ पटवारी को नायब तहसीलदार का प्रभार देने का मामला सामने आया है। पटवारी का नाम जगदीश भदौरिया है, जिसे कर्माखेड़ी सर्किल का तहसीलदार नियुक्त कर दिया गया था। राघौगढ़ की अनुविभागीय अधिकारी प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी अंजली आर ने ये विवादास्पद आदेश जारी किया है। हालांकि आदेश जारी करने के कुछ देर बाद जब महिला अधिकारी को अपनी गलती का एहसास हुआ तो आदेश में सुधार किया गया।
राघौगढ़ एसडीएम ने कहा- आदेश में सुधार किया गया
इस मामले में राघौगढ़ की एसडीएम और प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी अंजली आर ने बताया कि नायब तहसीलदार रमाशंकर सिंह का ट्रांसफर होने के कारण रेणु कासलीवाल को कर्माखेड़ी सर्किल का चार्ज दिया गया है। चूक के कारण पटवारी जगदीश भदौरिया को कर्माखेड़ी सर्किल पर नायब तहसीलदार के रूप में पदस्थ कर दिया गया था, लेकिन इसे सुधारते हुए आदेश पलट दिया गया है।