Bhopal. मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में नित नए आरोप लग रहे हैं। इससे पहले एक ही एग्जाम सेंटर से 7 लोगों के परीक्षा में टॉप करने के बाद धांधली के आरोप लगे थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आरोपों के बाद चयनित प्रतिभागियों की नियुक्ति पर रोक लगा दी है। हालांकि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में पूरी सफाई देते हुए आरोपों को निराधार करार दिया था। अब ताजा आरोप कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने लगाया है। शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा कि पटवारी परीक्षा में एक और धांधली हुई है, दिव्यांग कोटे से चयनित 21 में से 15 छात्र एक ही तहसील, एक ही गांव और एक ही समाज के हैं। उन्होंने यह भी दावा किया है कि 18 साल के कार्यकाल के दौरान शिवराज सरकार ने जितनी परीक्षाएं आयोजित कराईं, सभी में धांधली हुई है।
पीसी शर्मा ने ट्वीट में यह लिखा
‘‘मध्यप्रदेश पटवारी परीक्षा में एक और धांधली, दिव्यांग कोटे में चयनित 21 में से 15 छात्र एक ही तहसील के, एक ही गाँव के और एक ही समाज के हैं। मैं दावे के साथ कह सकता हूँ, शिवराज जी के 18 वर्ष के कार्यकाल मे करवाई गयी हर परीक्षा मे धांधली हुई है,बच्चों का ‘भविष्य’ बेचा गया है।’’
सीएम ने रोकी थी नियुक्ति प्रक्रिया
पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप लगने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान पहले ही नियुक्तियों पर रोक लगा चुके हैं। उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि पटवारी भर्ती परीक्षा में आरोप लगने के बाद फिलहाल चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति को रोक रहा हूं। पूरी चयन प्रक्रिया की जांच कराई जाएगी।