JAIPUR. राजस्थान में अब इसे चुनाव की जरूरत माने जाए या जिलों में संगठन को जल्द से जल्द सक्रिय करने की हड़बड़ी लेकिन पार्टी के जिन जिलाध्यक्षों को नियुक्त करने में कांग्रेस आलाकमान ने तीन साल लगा दिए, अब पार्टी उन से चाहती है कि 7 दिन के अंदर अपनी टीम तैयार कर लें। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने तो यहां तक चेतावनी दे दी है यदि 7 दिन में संगठन तैयार नहीं किया तो जिले की जिम्मेदारी किसी और को दे देंगे।
नई प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में दी कई हिदायत
पार्टी के हाल में नियुक्त 25 जिला अध्यक्षों, पहले से काम कर रहे 13 जिला अध्यक्षों और नई प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की शनिवार को जयपुर में हुई पहली बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कई हिदायतें दे डाली। इनमें सबसे बड़ी हिदायत यही थी 7 दिन में जिला अध्यक्ष अपनी टीम तैयार कर लें। डोटासरा ने साफ कहा कि जो जिला अध्यक्ष बना दिए गए हैं, अगर 7 दिनों में वह अपनी कार्यकारिणी नहीं बनाते हैं तो पार्टी की ओर से उन जिलों में कार्यकारी अध्यक्ष बना दिए जाएंगे। अब जिलाध्यक्ष यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर इतनी जल्दी टीम कैसे तैयार होगी क्योंकि निचले स्तर पर विधायकों और दूसरे कई नेताओं को खुश रखते हुए काम करना पड़ता है। हर पदाधिकारी किसी ना किसी की सिफारिश से बनता है, लेकिन इसका मतलब यह है कि वह सीनियर नेता यह चाहता है कि आप कांग्रेस के लिए काम करें न कि उस नेता के इर्द-गिर्द घूमें।
बिना बताए गायब हुए तो उसकी छुट्टी होना तय
इसके साथ ही डोटासरा ने बिना बताए गायब होने वाले नेताओं और पदाधिकारियों पर भी सख्ती दिखाई है और कहां है अगर मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी या सह प्रभारी उनके क्षेत्र में जाते हैं और पदाधिकारी बिना अनुमति गायब हो जाता हैं तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा करने वाला पदाधिकारी समझ ले कि उसी शाम को उसकी छुट्टी होना तय है। जो काम नहीं करेगा उसकी छुट्टी होना तय है। जब भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी यह कहे कि आपको किसी जिले या क्षेत्र में जाना है तो आपको 100 प्रतिशत जाना पड़ेगा। कोई नहीं जाएगा तो यह माना जाएगा कि वह काम करने का इच्छुक नहीं है। डोटासरा ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि हममें से किसी को भी अब केसी वेणुगोपाल या सुखजिंदर सिंह रंधावा का यह मैसेज व्हाट्सएप पर मिले कि आपने अब तक बेहतर काम किया और अब आपकी सेवाएं किसी और को दी जाती हैं।
डोटासरा बोले- अब BJP से दोस्ती निभाने का समय नहीं
डोटासरा ने कहा कि अगर RSS या बीजेपी गड़बड़ कर रही है तो बोलो, यह समय वह नहीं है कि हम एक दूसरे से दोस्ती निभाएं। डोटासरा ने कहा कि मैं जानता हूं कि हमारे कई लोग दोस्ती निभाते हैं। मुझे पता है कि किसी बीजेपी के पदाधिकारी और विधायक के कहने पर अधिकारी बदल जाते हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता और एमएलए के कहने पर नहीं होते। यह दिक्कतें आती हैं और जब फील्ड में जाते हैं तो यह बातें हमको सुनने को भी मिलती हैं, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हम संगठन के लोग हैं। हम सब ने मिलकर सरकार बनाई है। दोबारा सरकार आती है तो संगठन के कारण से आएगी और जो संगठन को महत्व देगा उसका उज्ज्वल भविष्य होगा। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि जब राहुल गांधी ने पिछले चुनाव के बाद यह पूछा कि सबसे बेहतर जिला अध्यक्ष कौन था तो हमारे प्रभारी अविनाश पांडे और सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन ने मेरा नाम लिया तो मैं उसी दिन मंत्री बन गया था। मतलब साफ है कि जो संगठन में बेहतर काम करेगा उसे रिवॉर्ड भी मिलेगा।
53 सीटों पर विशेष फोकस
डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के 53 विधानसभा क्षेत्र जहां पिछले 3 चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है, उन विधानसभा क्षेत्रों में विशेष दायित्व प्रदेश सचिवों को प्रदान किये जाएगें जो कि अपने क्षेत्राधिकार वाले निर्धारित विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की मजबूती और विधानसभा चुनावों में विजय के लिए कार्य करेंगे।
व्यक्ति के लिए नहीं पार्टी के लिए काम करें
बैठक को राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पार्टी का पदाधिकारी बनने के पश्चात् सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि वे पार्टी के लिये कार्य करें ना कि किसी व्यक्ति विशेष के लिए, क्योंकि पार्टी में सब समान रूप से कार्यकर्ता हैं एवं पार्टी से ही सबका वजूद है। उन्होंने कहा कि पार्टी का जिलाध्यक्ष का ओहदा विधायक एवं मंत्री से ऊपर है। उन्होंने कहा कि अगस्त माह की 17 अथवा 18 तारीख को पुन: प्रदेश पदाधिकारियों एवं जिलाध्यक्षगण की संयुक्त बैठक आयोजित होगी जिसमें सभी नवनियुक्त पदाधिकारीगण के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन पदाधिकारियों की द्वारा दायित्वों को निर्वहन संतोषजनक रूप से नहीं किया जाएगा उन्हें जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी है तो सबका महत्व है, पार्टी की मजबूती से ही नेताओं की पूछ होती है।
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पदाधिकारी बनें हैं तो जिम्मेदारी भी लें
बैठक में वीसी के माध्यम से सभी नवनियुक्त पदाधिकारीगण एवं जिलाध्यक्षों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सभी पदाधिकारीगण नवीन जिम्मेदारी को निभाते हुए पार्टी की सेवा कर आगे बढ़ें। कोई पद बड़ा अथवा छोटा नहीं होता है, जो पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारी निष्ठा से निभाएगा वहीं आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि सभी लोग थोड़ा धैय रखें क्योंकि सभी को वक्त आने पर पार्टी में मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारीगण एकजुटता के साथ अपनी पूरी क्षमता से कार्य करें क्योंकि राजस्थान में सरकार के विरूद्ध कोई एंटीइनकबैंसी नहीं है और फिर कांग्रेस की सरकार आ सकती है।