गंगेश द्विवेदी, RAIPUR. एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव कुमारी शैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के खिलाफ बयानबाजी करने पर पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह पर अब कार्रवाई तय मानी जा रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बृहस्पत सिंह को नोटिस थमाते हुए तीन दिन में जवाब मांगा है। नोटिस प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी मंत्री संगठन एवं प्रशासन मलकीत सिंह गेंदु ने जारी किया गया है।
कांग्रेस कमेटी ने बृहस्पत सिंह से तीन दिन में मांगा जवाब
बृहस्पत सिंह के नाम से जारी नोटिस में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम आने के बाद आपने प्रदेश प्रभारी एवं वरिष्ठ नेताओं के ऊपर सार्वजनिक रूप से तथ्यहीन आरोप लगाए गए हैं। यह जानकारी समाचार पत्र और विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश कांग्रेस कमेटी को मिली है। आपके द्वारा लगाए गए आरोप से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है, जिसे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गंभीरता से लेते हुए कारण बताओं नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है। नोटिस का जवाब तीन दिनों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजना होगा।
कांग्रेस पार्टी को तोड़ने-बांटने वालों की जरूरत नहीं: महंत
छत्तीसगढ़ कांग्रेस इलेक्शन कैंपेन कमेटी के चेयरमैन और सक्ती के नव निर्वाचित विधायक डॉ. चरणदास महंत ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के खिलाफ दिए गए बयानबाजी की तल्ख लहजे में निंदा करते हुए नाराजगी जताई है। चरणदास महंत ने साफ कहा कांग्रेस पार्टी को तोड़ने- बांटने और कमजोर करने वालों की अब कांग्रेस में कोई जरूरत नहीं है। इस तरह के लोगों के खिलाफ अनुशासन का डंडा चलाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि कुमारी शैलजा व प्रदेश के सह प्रभारियों ने कांग्रेस को एकजुट रखा, बावजूद किसी को अपनी बात रखना है तो पार्टी फोरम में रखे, पार्टी के बाहर बात रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। डॉ. महंत ने कहा कि टीएस बाबा सहित अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने वालो को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बृहस्पत सिंह ने क्या कहा था...
एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कथित रुप से बृहस्पति सिंह ने दावा किया था कि संगठन प्रभारी कुमारी शैलजा प्रभावशाली लोगों के हाथों बिक गई थीं। कुमारी सैलजा हीरोईन की तरह फोटो खिंचवाती थी। बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि एक माह पहले केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के बाद टीएस सिंहदेव बदल गए थे। शाह से मिलने के बाद टीएस सिंहदेव लगातार कांग्रेस के खिलाफ ही बयान दे रहे थे। चार पन्ने की चिट्ठी लिखकर उन्होंने सभी कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों के घर पर बीजेपी से प्रदर्शन करवा दिया। कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर भी सिंहदेव ने वादे पूरे नहीं होने की बात कह दी। 22 विधायकों की टिकट कटने के लिए बृहस्पत ने सिंहदेव को जिम्मेदार ठहराया था। इससे सभी विधायक अपने क्षेत्र छोड़कर नेताओं के पीछे घूमने लगे। पार्टी को बुरी तरह से पराजय का सामना करना पड़ा। जिन 22 विधायकों के टिकट काटे उनमें से 15 सीटें कांग्रेस हार गई। कांग्रेस 15 सीटें और जीतने की स्थिति में थी।
बृहस्पत सिंह की कट गई थी टिकट
खास बात ये है कि टिकट कटने वाले 22 विधायकों में बृहस्पत भी शामिल थे। टिकट वितरण समिति में टीएस सिंहदेव शामिल थे। जब बृहस्पत का टिकट कटा था तब भी उन्होंने सिंहदेव को निशाने पर लिया था। इसके बाद टिकट वितरण के मामले को लेकर कुमारी सैलजा पर गंभीर आरोप वाला आडियो सामने आ गया था। लेकिन हार के बाद कलई तेजी से खुलनी शुरू हो गई है।
बृहस्पत सिंह को पार्टी से निष्कासित करने की उठी मांग
इधर, विधायक कविता प्राण लहरे ने बृहस्पति सिंह के बयान को दलित महिला का अपमान बताया है और तत्काल निष्कासित करने की मांग की है। अकलतरा विधायक राघवेंद्र सिंह और बिलासपुर से पूर्व विधायक शैलेष पांडेय ने भी बयान पर क्षोभ जताते हुए इसे पार्टी अनुशासन और महिला गरिमा को विरुद्ध बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल और जागेश्वर राजपूत वरिष्ठ नेताओं के बचाव में सामने आए। उन्होंने पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह को कांग्रेस से तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।
यह बृहस्पत सिंह पर कार्रवाई नहीं करने का परिणाम
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को कमजोर करने का काम पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने ही प्रारंभ किया था जब उन्होंने टीएस सिंहदेव पर हत्या का आरोप लगाया था , गंभीर आरोप लगाने के बावजूद बृहस्पत सिंह पर कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण कांग्रेस में अनुशासनहीनता और असंतोष लगातार बढ़ा। बृहस्पत सिंह पर कार्रवाई नहीं किए जाने का ही परिणाम है कि आज बृहस्पत सिंह ने कुमारी सैलजा पर भी झूठे और मनगढ़ंत गंभीर आरोप लगाए हैं ऐसे में तत्काल कार्रवाई नहीं किए जाने से अनुशासनहीनता लगातार और बढ़ेगी।