MANEDRAGARH. मनेंद्रगढ़ के एक हॉस्पिटल में समय पर सही इलाज नहीं मिलने पर सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा कर दिया। इसके बाद लोगों ने CMHO से मारपीट कर दी। परिजनों का आरोप है कि घायल का इलाज करने के लिए डॉक्टर चार घंटे देरी से पहुंचे। इस बीच घायल की मौत हो गई। इन लोगों ने डॉक्टरों को मानते मौत का जिम्मेदार मानते हुए जमकर हंगामा किया। इस मामले में एएसपी निमेश बरैया ने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई होगी।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार मनेंद्रगढ़ के मौहारपारा निवासी नारायण पतवार शुक्रवार दोपहर सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजन उसे लेकर सीएचसी पहुंचे। यहां मेडिकल स्टाफ ने उनका प्राथमिक इलाज तो किया, लेकिन परिजन बार-बार सीएमएचओ डॉ. सुरेश तिवारी को फोन लगाते रहे और वे एक बार भी मरीज को देखने अस्पताल नहीं पहुंचे। लगभग 4 घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करते-करते मरीज की मौत हो गई। घायल के मौत की खबर सुनते ही मृतक के गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में सीएमएचओ डॉ. सुरेश तिवारी अस्पताल पहुंचे, जिन्हे देखकर परिजनों ने अपना आपा खो दिया और उन्हें मारने के लिए दौड़ पड़े। परिजन और ग्रामीणों की भीड़ डॉ. तिवारी पर बरस पड़े और खूब खरी-खोटी सुनाई और मारपीट कर दी। भीड़ की पिटाई से बचने डॉक्टर भागते हुए सिटी कोतवाली पहुंचे और अपनी जान बचाई। यहां भी मामले को लेकर भीड़ ने हंगामा मचाया।
मामले में CMHO और डॉक्टर्स ने पुलिस से की शिकायत
मामले में CMHO डॉ. सुरेश तिवारी, एमसीबी और कोरिया जिले के डॉक्टरों ने मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी शिकायत पत्र को सौंपा हैं। डॉक्टर्स ने मामले में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। सीएमएचओ ने मृतक के परिजन अमन पतवार और वार्डवासी पप्पू हुसैन, टंटू, सबी मानिकपुरी, आकाश केशरवानी, अजय जायसवाल, आकाश दुआ, कमलकांत मलिक, हेमलता सोनी, खुशबू दास, नंदनी, शीतला, दीपा सोनी समेत लगभग 50 लोगों के खिलाफ उनके साथ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जानलेवा हमला और मारपीट करने का आरोप लगाया है। मामले में पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।