Balaghat. बालाघाट में एक भीषण हादसा होते-होते टल गया। बस स्टैंड स्थित पेट्रोल पंप पर अचानक आग भड़क उठी। आग पेट्रोल भरवाने पहुंचे बाइक सवार की बाइक में लगी, जिसने पास ही खड़ी 2 और बाइक को भी अपनी चपेट में ले लिया था। आग इतनी तेजी से भड़की कि पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। आग पेट्रोल पंप के नोजल से महज डेढ़ मीटर की दूरी पर भड़की थी। हालांकि पंप पर अग्निशमन के पूरे संसाधन मौजूद थे, लेकिन अप्रशिक्षित पंप कर्मियों ने मौके से ही दौड़ लगा दी। बाद में मौके पर पहुंचे ट्रैफिक एएसआई ने पंप पर रखे अग्निशमन यंत्र के जरिए आग पर काबू पाया।
जलकर खाक हुईं 3 बाइकें
जानकारी के मुताबिक रात करीब 9 बजे बस स्टैंड स्थित खंडेलवाल पेट्रोल पंप पर बाइक सवार पेट्रोल भरवाने पहुंचा था, उसने गाड़ी का टैंक फुल करने पंप कर्मचारी से कहा। टैंक फुल होने के बाद काफी पेट्राल ओवरफ्लो हो गया था। जो रिसकर गाड़ी के इंजन के पास तक पहुंच गया था। बाइक सवार ने जैसे ही इग्नीशन ऑन किया गाड़ी में तेजी से आग फैल गई। आग इतनी तेज थी कि उसने आसपास खड़ी दो बाइकों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इनके बाइक सवार जैसे-तैसे गाड़ी से दूर हुए, बस इतनी देर में पंप के कर्मचारियों ने आग बुझाने के बजाए दौड़ लगा दी।
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एएसआई शब्बीर खान ने संभाला मोर्चा
इस दौरान पंप के पास ही ट्रैफिक थाने के एएसआई शब्बीर खान की ड्यूटी थी, उन्हें वायरलैस पर जानकारी लगी कि पेट्रोल पंप पर आग भड़क गई है। वे तत्काल मौके पर पहुंचे और पंप पर रखे अग्निशमन यंत्र के जरिए बाइकों में लगी आग पर काबू पा लिया। गनीमत थी कि शब्बीर खान ने आग पर समय रहते काबू पा लिया। यदि आग पंप के नोजल तक पहुंच जाती, तो काफी बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि इसके तुरंत बाद नगर पालिका की फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई थी।
हो सकता था बड़ा हादसा
दरअसल आग पंप के नोजल्स से डेढ़ मीटर दूर ही खड़ी बाइकों में भड़की थी। यदि आग बुझाने में थोड़ी देर और होती तो काफी भीषण हादसा हो सकता था। आग नोजल के जरिए यदि पेट्रोल पंप के टैंक तक पहुंच जाती तो एक बड़ा धमाका हो सकता था। इस घटना से एक सबक यह भी मिलता है कि पेट्रोल पंप पर तैनात कर्मचारियों को पंप मालिकों को अग्निशमन का पर्याप्त प्रशिक्षण देना अनिवार्य किया जाना चाहिए। यदि समय रहते मौके पर पुलिस कर्मी सूझबूझ का परिचय नहीं दे पाता तो बालाघाट में एक भीषण हादसा होना तय था।