BHOPAL. पीएम नरेंद्र मोदी 12 अगस्त को मध्यप्रदेश के सागर में आ रहे हैं। यहां पीएम संत रविदास मंदिर निर्माण के भूमिपूजन के साथ केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना बीना रिफाइनरी की विस्तारीकरण परियोजना का भी भूमिपूजन करेंगे। इस योजना पर 50 हजार करोड़ रुपए खर्च होने हैं। इस रिफाइनरी को पेट्रालियम, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल इंवेस्टमेंट रीजन (पीसीपीआरआई) के रूप में डवलप किया जाना है।
मोदी नए रेल ट्रैक का लोकार्पण भी करेंगे
पीएम मोदी 12 अगस्त को ही कोटा से बीना के बीच रेलमार्ग के दोहरीकरण के बाद तैयार नए रेल ट्रैक का भी लोकार्पण करेंगे।। यहां बता दें, यह लाइन रेल मंत्रालय ने 2 हजार 476 करोड़ की लागत से 283 किलोमीटर बिछाई है। जिसका काम तीन माह पहले ही पूरा हो चुका है। पीएम का सागर दौरा तय होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को बताया कि प्रदेशभर में घूम रही संत रविदास यात्राओं का समापन 12 अगस्त को सागर के बड़तूमा में होगा। जहां 100 करोड़ रुपए की लागत से संत रविदास मंदिर और स्मारक बनाया जाना है।
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12 साल पहले स्थापित हुई थी बीना रिफाइनरी
बीना रिफाइनरी की स्थापना वर्ष 2011 में भारत और ओमान की साझेदारी में हुई थी। रिफाइनरी में बीपीसीएल, ओमान और मप्र सरकार शेयर होल्डर थे। लेकिन ओमान सरकार ने खुद को इस साझेदारी से अलग कर लिया। इसके बाद अब रिफाइनरी का पूरा कंट्रोल केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पास है। अब केंद्र सरकार इसका विस्तार कर इसे पेट्रोलियम, केमिकल और पेट्रोकेमिकल इन्वेस्टमेंट रीजन के रूप में विकसित करने जा रही है।
प्रोजक्ट के पूरा होने पर बीना बनेगा मप्र को बड़ा औद्योगिक केंद्र
बीपीसीएल को मप्र सरकार टैक्स में छूट और सुविधाएं देने जा रही है। पूरे प्रोजेक्ट में 50 हजार करोड़ का खर्च होगा, इसके बाद बीना मप्र का एक बड़ा औद्योगिक केंद्र बन जाएगा। इस रिफाइनरी की सालाना प्रोडक्शन 78 लाख टन क्रूड ऑइल रिफाइन करने का टारगेट है। यहां गुजरात के वाडिनर से 935 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड पाइप लाइन के जरिए कच्चा तेल पहुंचता है। इसके बद बीना से रिफाइन होकर यह ऑइल 257 किमी लंबी पाइप लाइन से कोटा पहुंचता है।
सागर और विदिशा के बीच दो सड़कों का भी होगा भूमिपूजन
मध्यप्रदेश सरकार से मिली जानकारी के अनुसार सागर और विदिशा के बीच दो प्रमुख सड़कों का भी इस दौरान भूमिपूजन किया जाएगा। इसके अलावा मोरी-कोरी-विदिशा-हिनौतिया मार्ग को फोरलेन किया जाएगा। वहीं हिनौतिया-मेलुआ मार्ग को टू-लेन बनाया जाएगा। 47 किलोमीटर लंबे इन दो मार्गों के निर्माण पर लगभग 1 हजार करोड़ लागत आएगी। इन सड़कों के निर्माण से विदिशा और सागर के बीच आवागमन बेहतर होगा, साथ ही विश्व धरोहर सांची के बुद्ध स्तूप, अशोक स्तंभ और उदयगिरि गुफाओं और मंदिरों तक टूरिस्टआसानी से पहुंच सकेंगे।