RAIPUR. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले IT और ED की छापामार कार्रवाई को लेकर अब सियासत तेज हो गई है। आईटी और ईडी के छापे को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा तो पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने भी पलटवार किया है। सीएम भूपेश ने विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर आईटी और ईडी की कार्रवाई की टाइमिंग पर सवाल उठाए। इसके साथ ही केंद्र सरकार पर एक के बाद एक कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ एक छोटा राज्य है। इसके बावजूद सबसे ज्यादा ईडी और आईटी के छापे छत्तीसगढ़ में पड़े हैं। इन छापों से मुझे जो समझ आया वह यह है कि वे (केंद्र सरकार) छत्तीसगढ़ की खदानें अपने दोस्तों को देना चाहते हैं।
पूर्व सीएम रमन सिंह ने किया पलटवार
सीएम भूपेश के आरोपों के बाद पूर्व सीएम और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने जोरदार पलटवार किया है। रमन सिंह ने पिछले 7 महीने से माइंस डायरेक्टर के जेल में होने को लेकर भूपेश बघेल को घेरते हुए कहा कि जब ऊपर और नीचे कुछ नहीं है तो डायरेक्टर माइंस 7 महीने से जेल में क्यों हैं। डायरेक्टर माइंस पॉलिसी बनाने वाले हैं तो वो अकेला कुछ नहीं कर सकता। खनिज विभाग मुख्यमंत्री जी का है। यदि डायरेक्टर किसी मामले में अभियुक्त बना है, दोषी पाया गया है तो अंतिम रूप से मुख्यमंत्री की ही सहमति होगी। बिना मुख्यमंत्री की सहमति के डायरेक्टर इस प्रकार ऑनलाइन ऑफलाइन करने का षड्यंत्र कैसे करता।
ये भी पढ़ें...
केंद्र पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप
आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर शुरू से ही मुखर रहे हैं। इसके साथ ही केंद्र पर इसके दुरुपयोग का आरोप भी लगाते रहे हैं। इसे लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह भी सीएम बघेल पर सवालों पर पर पलटवार करते रहे हैं। हालांकि आरोपों और दावों में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।