Indore. इंदौर में सराफा थाना इलाके में एक प्राचीन मंदिर में इस्लामी नए साल की मुबारकबाद वाला पोस्टर क्या लगा, इलाके में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। पुलिस ने आनन-फानन में पोस्टर निकलवा दिया लेकिन असामाजिक तत्वों ने इस दौरान मंदिर की सड़क पर कांच की बोतलें फोड़कर माहौल खराब करने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने तत्काल मौके पर मोर्चा संभाल लिया। पुलिस की सक्रियता के चलते विवाद आगे नहीं बढ़ा और अब क्षेत्र में फिलहाल शांति है।
हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने उठाई आपत्ति
दरअसल सर्राफा थाना इलाके में प्राचीन मंदिर स्थित है, इसकी दीवार पर इस्लामी नववर्ष मुहर्रम की मुबारकबाद का एक पोस्टर चस्पा कर दिया गया। सुबह जब लोगों ने मंदिर की दीवार पर यह पोस्टर देखा तो हिंदू संगठन के लोगों तक खबर पहुंचा दी। संगठन पदाधिकारियों की आपत्ति के बाद पुलिस ने उक्त पोस्टर को मौके से हटवा दिया वहीं अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। वहीं इस दौरान क्षेत्र में कुछ असामाजिक तत्वों ने सड़क पर कांच की बोतलें फोड़कर दहशत फैलाने की कोशिश भी की। हालांकि तत्काल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला तो शरारती तत्व मौके से चंपत हो गए।
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दोनों समुदाय के लोगों को बुलाकर दी समझाइश
पुलिस ने इलाके में तनाव कम करने दोनों समुदाय के प्रबुद्धजनों को बुलाकर बातचीत की और ऐसा कृत्य न किए जाने की समझाइश दी गई। दोनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति के लिए इस घटना की निंदा भी की है। पुलिस ने कहा है कि यदि कोई भी व्यक्ति शहर का माहौल खराब करने का प्रयास करेगा तो उस पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
श्रावण और मुहर्रम एक साथ पड़ रहा
बता दें कि श्रावण मास के चलते पूरे प्रदेश के मंदिरों और शिवालयों में भक्तों के अनुष्ठान चल रहे हैं। वहीं इस्लामी नववर्ष मुहर्रम भी मुस्लिम बहुल इलाकों में मनाया जा रहा है। ऐसे में एक पोस्टर की वजह से इंदौर में माहौल खराब करने की कोशिश को दोनों समुदाय के लोग निंदनीय कृत्य करार दे रहे हैं।