Sehore. महिलाओं पर होने वाले अत्याचार और अपराध का क्षेत्रवाद से क्या कनेक्शन हो सकता है? इस पर लोग अपनी-अपनी राय रखते हों लेकिन सच तो यह है कि देश के हर कोने में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कोई कमी नहीं आई है। अब मध्यप्रदेश के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने यह बयान दे डाला है कि दिल्ली की साक्षी को चाकू के 40 घाव सहना पड़े, लेकिन यदि महाराष्ट्र की बेटी होती तो गला काटकर आती। मामला लव जेहाद से जुड़ा हुआ है ऐसे में लोग इस बात पर अचरज में हैं कि आखिरकार पंडित प्रदीप मिश्रा ने दिल्ली की साक्षी की तुलना महाराष्ट्र की लड़कियों से क्यों कर दी?
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बेटियां संकल्प लेकर बैठी हैं
पंडित प्रदीप मिश्रा यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि पूरे देश की बेटियां यह संकल्प लेकर बैठी हैं कि अब कुछ भी हो जाएं वह सनातन धर्म छोड़कर नहीं जाएंगी। उधर दूसरी तरफ देश भर में ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें हिंदू युवतियां अपने मुस्लिम आशिक की तरफदारी करती दिखाई दे रही हैं। हाल ही में दिल्ली एनसीआर का एक वीडियो काफी चर्चा में रहा, जिसमें सड़क पर अपने आशिक से पिट रही लड़की का जब एक बजरंग दल कार्यकर्ता ने वीडियो बनाया तो लड़की वीडियो बनाने वाले से ही उलझ गई थी।
बेटियों को दी प्रदीप मिश्रा ने नसीहत
बता दें कि हाल ही में प्रदीप मिश्रा ने सनातन धर्म और देश की बेटियों से आह्वान करते हुए कहा था कि साक्षी पर कई वार किए गए। उसके बारे में तरह-तरह की बातें की जा रही हैं, लेकिन बेटियां माता-पिता, भाईयों के समझाने से नहीं समझती हैं। उनको खुद समझना होगा कि वह सनातन धर्म में जन्म लेने वाली बेटी हैं। उनको किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। अपने विवेक से सनातन धर्म के पक्ष में निर्णय करना चाहिए।
यह था साक्षी मर्डर केस
दरअसल पिछले दिनों राजधानी दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में साक्षी नाम की युवती की नृशंस हत्या उसके आशिक साहिल ने कर दी थी। साहिल ने साक्षी पर चाकू से करीब 40 वार किए थे और फिर आधा दर्जन बार उसके सिर पर चीप पटकी थी। एकतरफा प्रेम के चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। जिससे पूरे देश सिरह उठा था।