BHOPAL. मप्र की राजधानी भोपाल में बरगद और पीपल के 20 साल से ज्यादा पुराने 2 पेड़ों को बचाने के लिए लोगों ने चिपको आंदोलन शुरू कर दिया है। दरअसल, ये पेड़ सड़क किनारे है, जिन्हें PWD द्वारा हटाया जा रहा है। जैसे ही अधिकारी पेड़ को अलग करने पहुंचे वैसे ही बुधवार 7 जून की सुबह कई लोग पेड़ों के पास पहुंच गए, वहीं उनके साथ नन्हें बच्चे पेड़ों से चिपक गए। सभी ने पेड़ को बचाने की गुहार CM शिवराज सिंह चौहान से लगाई है। पेड़ों को बचाने के लिए नन्हें बच्चे भी आगे आए हैं। उन्होंने पेड़ों से चिपककर आंदोलन में हिस्सा लिया। वहीं सीएम शिवराज ने एक वीडियो जारी करके हुए बताया कि पेड़ नहीं काटे जाएंगे। सड़क को ही डायवर्ट कर दिया जाएगा।
पेड़ नहीं कटेंगे, सड़क हटेगी। pic.twitter.com/T5mYnuCjVH
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 7, 2023
महिलाएं पेड़ों की करती है पूजा
बाग मुगालिया एक्सटेंशन कॉलोनी विकास समिति के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने बताया कि विश्वकर्मा मंदिर के पीछे बरगद और पीपल के 2 पेड़ है, जो करीब 20 साल पुराने हैं। चूना भट्टी से बर्रई के बीच करीब 12 किलोमीटर की सड़क बन रही है। 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली सड़क के बीच में ये दोनों पेड़ आ रहे हैं। इन पेड़ों की यहां की महिलाएं पूजा करने भी आती है। इन पेड़ों को काटा जा रहा है। मंगलवार 6 जून को चबूतरा तोड़ दिया गया।
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हाथ में पोस्टर लेकर जुटे लोग
बुधवार 7 जून की सुबह 9.30 बजे पेड़ों के पास कटारा हिल्स, बाग मुगालिया, बाग सेवनिया, विवेकानंद परिसर, लहारपुरा, अरविंद विहार, अमराई समेत कई जगहों के लोग जुटे। हाथों में पोस्टर लेकर वे पेड़ों को बचाने की गुहार लगाते रहे। कई बच्चे पेड़ों से चिपक गए। करीब 1 घंटे तक वे मौके पर डटे रहे। कई बुजुर्ग और महिलाएं भी आंदोलन में शामिल हुए।
पेड़ कटने पर रहवासी जाएंगे कोर्ट
कॉलोनी विकास समिति के अध्यक्ष तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री रोज पौधे लगा रहे हैं और दूसरों को भी पौधारोपण के लिए प्रेरित कर रहे हैं। दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी सालों पुराने पेड़ कटवा रहा है। जिसका विरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को ट्वीट कर पेड़ न काटने की गुजारिश की गई है। बावजूद पेड़ काटे गए तो कोर्ट में जाएंगे।