CHANDIGARH. हरियाणा कांग्रेस में इन दिनों सीएम फेस बनने की होड़ है। हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा 2 बार सार्वजनिक मंच से सीएम फेस को लेकर बयानबाजी कर चुकी हैं। वहीं अब कर्नाटक जीत का सेहरा अपने सिर पर सजा रहे राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने भी कैथल में शक्ति प्रदर्शन किया और अपनी दावेदारी पेश कर दी। वहीं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले से ही खुद को सीएम का चेहरा घोषित कर चुके हैं।
'सीएम रणदीप हो इस बार' के नारे
रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को अपनी विधानसभा कैथल में शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके समर्थकों ने उन्हें CM बनाने के गाने बजाए। गाने के बोल हैं CM रणदीप हो इस बार"। हरियाणा में काफी वक्त से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को ही कांग्रेस का चेहरा माना जाता रहा है, लेकिन पार्टी में सुरजेवाला का कद बढ़ने के बाद अब हरियाणा कांग्रेस में चेहरे की होड़ दिलचस्प हो गई है।
हरियाणा कांग्रेस में अभी पूर्व सीएम हुड्डा सीएम फेस
हरियाणा में कांग्रेस अगर विधानसभा चुनाव जीत जाती है तो पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सीएम फेस में सबसे आगे हैं। इसकी बड़ी वजह ये भी है कि वे राजनीतिक रूप से हरियाणा में काफी सक्रिय हैं। वर्तमान में वे हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में भी विपक्ष की भूमिका में हैं। वे 2 बार सीएम भी रह चुके हैं। हुड्डा केंद्र की राजनीति में अच्छा दखल रखते हैं। वे समय-समय पर अपनी ताकत का अहसास कराते रहते हैं।
कांग्रेस का वादा
हिमाचल और कर्नाटक की तर्ज पर कांग्रेस हरियाणा में भी 500 रुपए में रसोई गैस, पुरानी पेंशन स्कीम, महिलाओं और बेरोजगारों को भत्ता जैसे लुभावने वादे करने में जुटी है। इसके अलावा हरियाणा में कांग्रेस गरीबों को प्लॉट देने का वादा भी कर रही है। सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी ये घोषणा कर चुके हैं।
राजनीतिक परिवार से सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला हरियाणा के राजनीतिक परिवार से हैं। इनके पिता हरियाणा के कृषि और सहकारिता मंत्री रहे हैं। वे 1967, 1977, 1982, 1991 और 2005 में हरियाणा विधानसभा 1993 में संसद सदस्य रह चुके थे। सुरजेवाला हरियाणा में जाना-माना चेहरा हैं। सुरजेवाला कांग्रेस की सरकार में 2 बार मंत्री रहे हैं। कर्नाटक में जीत के बाद वे केंद्रीय नेताओं की गुड लिस्ट में शामिल हैं।
कुमारी शैलजा की केंद्रीय नेतृत्व में अच्छी पकड़
कुमारी शैलजा ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत 1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्षा बनने से की थी। जनता ने उन्हें दसवीं लोकसभा के चुनाव में हरियाणा के सिरसा लोकसभा क्षेत्र से चुना था। नरसिंह राव की सरकार में वे शिक्षा और संस्कृति मामलों की राज्यमंत्री बनाई गईं थीं। 1996 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के काफी खराब प्रदर्शन के बाद भी कुमारी शैलजा फिर से चुनी गईं। 2004 के आम चुनावों में उन्होंने अंबाला लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और बाद में केंद्रीय राज्य मंत्री का पद संभाला।
हरियाणा में कांग्रेस की सीटें ?
हरियाणा की 90 सदस्यों की विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के 30 विधायक हैं। वहीं बीजेपी के 41 विधायक और JJP के 10 विधायक हैं। 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 40 सीटें जीती थीं, लेकिन पिछले साल हुए आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद बीजेपी के विधायकों की संख्या 41 हो गई।