BHOPAL. एमपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस सियासी संग्राम में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को हार मिली तो कई को जीत में मिली। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह अपनी जीत के अंतर को कम बता रहे हैं। और इसे जनता की नाराजगी बताते हुए लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांग रहे हैं। इसके साथ ही जयवर्धन सिंह ने नाराज जनता को जल्द मना लेने की बात कही है।
'क्षेत्र में जो भी कमियां हैं उनको दूर किया जाएगा'
राघौगढ़ से चुनाव जीतने वाले कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह का कहना है कि उनको सिर्फ साढ़े चार हजार वोटों की जीत मिली है। यह कोई खास जीत नहीं है। कम मार्जिन से मिली अपनी इस जीत पर वह जनता से हाथ जोड़कर माफी मांग रहे हैं। जयवर्धन सिंह का मानना है कि कम वोटों से हुई जीत से लगता है कि क्षेत्र के लोग उनसे नाराज हैं। यदि ऐसा है तो वे इसके लिए हाथ जोड़कर जनता से माफी मांगते हैं। राधौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह का कहना है कि जो भी कमियां हैं उनको वे दूर करने की कोशिश करेंगे। साथ ही जयवर्धन सिंह का कहना है कि बीजेपी के नेताओं ने उनको हराने और उनके पिता दिग्विजय सिंह को नीचा दिखाने के लिए बड़ी साजिश रची थी।
शिवराज ही बीजेपी का असली चेहरा
जयवर्द्धन सिंह का कहना है कि मोहन यादव मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा अब भी शिवराज सिंह चौहान ही रहेंगे।
4 हजार 505 वोटों वोट से जीते थे जयवर्धन सिंह
बता दे कि गुना जिले की राघोगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के जयवर्धन सिंह की जीत हुई थी। जयवर्धन सिंह ने बीजेपी के हिरेन्द्र सिंह बंटी को 4 हजार 505 वोटों के अंतर से हराया। जयवर्धन सिंह को 95 हजार 738 और बीजेपी के हिरेन्द्र सिंह बंटी को 91 हजार 233 वोट मिले थे। बता दे कि राघोगढ़ विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है।