नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी को स्मार्ट बनाने के लिए घरों के बाहर डिजिटल डोर लेट लगाई गई हैं। डिजिटल नंबर पर लगाने के दौरान सर्वे टीम को 58 हजार ऐसे घरों का पता चला है।जिनके मालिकों की जानकारी निगम के पास नहीं है। जिसके कारण प्रॉपर्टी टैक्स की वसूली नहीं हो पा रही है। इसका सीधा असर निगम की वसूली पर पड़ रहा है।
नहीं है मालिकों का पता लेकिन घरों के बाहर लग गई डिजिटल प्लेट
मिली जानकारी के मुताबिक इन दिनों नगर निगम द्वारा घरों के बाहर डिजिटल डोर प्लेट लगाई जा रही है। निगम में 3 लाख 25 हजार घर रजिस्टर्ड है। इनमें से सर्वे टीम को 58 हजार ऐसे घरों का पता चला है जिनके मालिकों की जानकारी निगम के पास नहीं है केवल 1 लाख 98 हजार घरों की रसीद काटी जा रही है। इन 58 हजार घरों में लगी डिजिटल प्लेट से यूनिक आईडी तो जनरेट हो रही है। लेकिन इनके मालिकों की डिटेल सामने नहीं आ रही है। जिसका सीधा असर निगम की वसूली पर पड़ रहा है।
रिकॉर्ड खंगालने का आदेश
इन 58 हजार घरों के मालिकों की रिकॉर्ड खंगालने के आदेश निगम आयुक्त ने दिए हैं। नगर निगम के आयुक्त चतुर्वेदी ने सभी जोन के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें घरों की जानकारी इकट्ठी करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों को यह भी कहा गया है कि बकायेदारों की सूची तैयार कर उन्हें नोटिस देकर टैक्स की वसूली में तेजी लाई जाए। निगम के अफसरों ने प्रॉपर्टी मालिकों को ढूंढने की मशक्कत भी शुरू कर दी है। आचार संहिता से पहले अफसरों को टैक्स वसूली में तेजी लाने को कहा गया है। क्योंकि उस समय केवल मूलभूत काम ही हो सकेंगे।