नितिन मिश्रा, RAIPUR. केंद्र सरकार की आयुष्मान कार्ड योजना में छत्तीसगढ़ तीसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ से आगे केवल दो राज्य मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश हैं। प्रदेश में अब तक 2 करोड़ 2 लाख लोगों ने आयुष्मान कार्ड बनवा लिया है। वहीं प्रदेश में 1600 सरकार और प्राइवेट अस्पताल रजिस्टर्ड हैं। तीन करोड़ की आबादी वाले छत्तीसगढ़ में 66 फीसदी लोगों ने आयुष्मान कार्ड बनवाया है।
तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़
भारत सरकार ने सितंबर 2018 में आयुष्मान कार्ड योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत कार्ड बनवाने वाले को इलाज में 5 लाख रुपए तक की छूट मिलती है। आयुष्मान कार्ड होने किसी भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है। छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनसंख्या में 66 प्रतिशत लोगों ने आयुष्मान कार्ड बनवा लिया है। प्रदेश के 2 करोड़ 2 लाख से ज्यादा लोगों के पास यह कार्ड है। वहीं छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश हैं। मध्यप्रदेश में 8 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले मध्यप्रदेश में 3 करोड़ 60 लाख के से ज्यादा कार्ड बने हैं। वहीं उत्तरप्रदेश में 23 करोड़ की जनसंख्या में साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा कार्ड बने हैं। 6 महीने पहले छत्तीसगढ में 1 करोड़ 35 लाख लोगों ने ही कार्ड बनवाया था। लेकिन इस आंकड़े में तेजी से बदलाव हुआ है।
प्रदेश में 1600 अस्पताल
छत्तीसगढ़ में प्राइवेट और शासकीय मिलाकर 1600 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं। इन अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड होने पर 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है। 1600 में से 260 अस्पताल केवल रायपुर जिले में ही हैं। वहीं 90 अस्पताल दुर्ग जिले में हैं। प्रदेश के अन्य जिलों के अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। अब तक प्रदेश के 27 लाख से ज्यादा लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिला है।