नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ बीते पांच सालों में शिशुओं की मौत के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। पिछले पांच सालों में 39 हजार से ज्यादा शिशुओं की मौत हुई है। बीजेपी ने मौत के आंकड़े सामने आने के बाद राष्ट्रीय बाल आयोग से जांच की मांग की थी। जिसके बाद अब राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने राज्य के मुख्य सचिव को जांच कराकर 7 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। बीजेपी सांसद दल में अरुण साव विजय बघेल, गुहाराम अजगल्ले, गोमती साय ने मामले की शिकायत की थी।
शिशुओं की मौत के चौंकाने वाले आंकड़े
छत्तीसगढ़ में सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव से साल जनवरी 2019 से जून 2023 तक के शिशु मृत्यु दर के आंकड़े मांगे थे। जिस पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया था कि 0 से 5 साल की उम्र के 39 हजार 267 बच्चों की मौत इस बीच हुई है। चौंकाने वाले आंकड़े सामने आने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार पर आरोप गढ़ना शुरू कर दिया।
सांसद दल ने की थी जांच की मांग
बीजेपी सांसद दल ने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से जांच की मांग की थी।
शिकायत में प्रदेश में हुई बच्चों की मृत्यु का पूरा दोष कांग्रेस सरकार पर लगाया गया है। जिस पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को मामले की जांच करा कर 7 दिनों में रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम 2005 की धारा 13 (1)(जे) के तहत संज्ञान में लिया है।