याज्ञवल्क्य मिश्रा,Raipur। छजका अध्यक्ष अमित जोगी ने हैदराबाद में के चंद्रशेखर राव से लगातार मुलाक़ात के बाद बाजरिया कलकत्ता छत्तीसगढ़ वापसी की राह पकड़ ली है। लेकिन यह पुष्ट संकेत दिए हैं कि, छजका का गठबंधन भारत राष्ट्र समिति से हो सकता है। अमित जोगी ने दूरभाष पर हुई चर्चा में कांग्रेस और बीजेपी को रोकने के लिए प्रदेश की अन्य शक्तियों को लामबंद करने की पुरज़ोर कोशिश करने की बात कही है।
हैदराबाद में के चंद्रशेखर से मुलाक़ात, कॉफी विथ अमित भी
छजका अध्यक्ष अमित जोगी हालिया दिनों हैदराबाद में थे। इस दौरे के ठीक पहले अमित जोगी ने ट्विट कर गठबंधन और विलय दोनों पर विमर्श और सात दिनों के भीतर फ़ैसला लिए जाने की बात कही थी। अमित जोगी की ओर से खबरें हैं कि, हैदराबाद में सीएम के चंद्रशेखर राव से उनकी मुलाक़ात बेहद गर्माहट वाली थीं।संकेत हैं कि पूरे देश में तीसरा मोर्चा बनाने की क़वायद में जुटी चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति का गठजोड़ छजका का क़रीब क़रीब तय है।हालाँकि अमित जोगी ने इसकी पुष्टि नहीं की है और ना ही खंडन किया है। हैदराबाद टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है। छत्तीसगढ़ से बड़ी संख्या में यहाँ टेक्नोक्रेट काम करते हैं। हैदराबाद में अमित जोगी ने कॉफी विथ अमित प्रोग्राम के तहत लगातार दो दिन छत्तीसगढ़ मूल के टेक्नोक्रेट और व्यवसायियों से संवाद किया है।
मेरा लक्ष्य छत्तीसगढ़ का विकास, मैं सबको जोड़ने की कोशिश में
छजका अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा है कि, प्रदेश के विकास के लिए यह बेहतर है कि, हम समान विचारधारा वाले लोगों को एक जगह लाएँ। तेलंगाना जैसे राज्य हमसे बहुत आगे हैं, और हम अब भी उन मूल मसलों से बेहद दूर हैं जिन पर हमें याने छत्तीसगढ़ को एक मुक़ाम बना लेना था। हमारे राज्य की प्रतिभा को हम ना अवसर दे रहे हैं और ना कोई प्रोत्साहन। हर मसले पर चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी सब की नीतियाँ छत्तीसगढ़ के हित में नहीं दिखती। अमित जोगी ने कहा
“यह तय है कि, मैं छत्तीसगढ़ को लुटते हुए चुपचाप तो नहीं देखूँगा। मैं अरविंद नेताम जी से लेकर हर उस व्यक्ति के पास जाकर साथ होने का आग्रह करुंगा जो छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया विकास चाहते हैं, और बीजेपी कांग्रेस से उनकी दूरी है। मैं तो कहूँगा कि सभी वरिष्ठ नेतृत्व करें, मैं उनके निर्देश पर काम करुंगा। मसला छत्तीसगढ़ का विकास है यही मेरा लक्ष्य है और इसके लिए मैं हर वो प्रयास करुंगा जो छत्तीसगढ़ तथा छत्तीसगढ़ियों के विकास के लिए जरुरी हो।”