नितिन मिश्रा, रायपुर. छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में 4 महीने का समय बचा हुआ है। ऐसे में प्रदेश की दोनों बड़ी पार्टियां एक–दूसरे पर आरोप लगा रही हैं। बीजेपी नेता अनुज शर्मा ने सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विदाई की बेला में सीएम को कलाकारों की सुरता क्यों आई। साथ ही बीजेपी नेता राजेश अवस्थी ने कहा कि भूपेश सरकार कलाकारों को राजनीति में घुसा रही है। छत्तीसगढ़ में कलाकारों की स्थिति दयनीय है।
बीजेपी नेता अनुज शर्मा ने साधा निशाना
छत्तीसगढ़ सिनेमा के कलाकार पद्मश्री प्राप्त बीजेपी नेता अनुज शर्मा ने सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को विदाई की बेरा में कलाकारों की सुरता क्यों आई है, कलाकार इसे समझ रहे हैं। बीजेपी के शीर्ष नेता जब भी समय-समय पर छत्तीसगढ़ दौरे पर आये हैं, छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों से भेंट कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया है। छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को जीवित रखने के लिए छत्तीसगढ़िया लोक कलाकारों के लिए भाजपा द्वारा पेंशन देने का एक प्रमुख फैसला लेकर उनकी सेवा करने का फैसला लिया गया था। कांग्रेस सरकार ने कलाकारों की सुध लेने की बजाय राजनीतिकरण कर दिया। वरिष्ठ कलाकार वंचित हैं।मुख्यमंत्री बघेल जानते हैं कि इस बार जनता ने छत्तीसगढ़ में परिवर्तन करने का मूड बना लिया है। इसीलिए डर के कारण लोक कलाकारों की लोकप्रियता एवं उनके प्लेटफॉर्म का अपनी व्यक्तिगत राजनीति के लिए फायदा उठाना चाहते हैं। लेकिन यह चालबाजी कोई काम नहीं आने वाली।
कलाकारों का मानदेय में कटौती कर भेदभाव हुआ– राजेश अवस्थी
बीजेपी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक राजेश अवस्थी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं लोककला को जीवित रखने के लिए ही स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ को अलग राज्य की पहचान दी थी। उसी उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति के लिए समर्पित कलाकारों को देश के सर्वोच्च सम्मान में से एक पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। लेकिन अब छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार कला क्षेत्र में राजनीति घुसेड़ रही है। छत्तीसगढ़ में कलाकारों की स्थिति सबसे दयनीय है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कलाकारों के साथ तस्वीर खिंचवाकर अपनी राजनीति चमकाने के अलावा कभी कलाकारों के हित में भी कुछ कर लेते तो यह स्थिति नहीं होती। मुख्यमंत्री प्रचारमंत्री बनकर रह गए हैं। सब हवा-हवाई चल रहा है। जमीनी हकीकत से दूर सिर्फ पोस्टर एवं सोशल मीडिया तक ही सीमित हैं।
छत्तीसगढ़ में कलाकारों की स्थिति दयनीय
बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस शासन में आज प्रदेश के कलाकारों की दयनीय स्थिति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दावों की पोल खोलते हुए हकीकत से परे नज़र आती है। जांजगीर- चांपा के चिन्हारी पोर्टल में जिले की 590 मानस मंडलियों ने अपना पंजीयन कराया था। लेकिन राज्य सरकार द्वारा 100 मंडलियों को छोड़ दिया गया। एक जमाने में अपनी कला से लोगों की तालियां बटोरने वाले छत्तीसगढ़ के पुराने कलाकार आज कांग्रेस शासन में अपने इलाज के लिए पैसे भी नहीं जुटा पा रहे हैं। लोक कलाकारों को अपमानित करने का सिलसिला यहाँ तक पहुँच गया कि मल्हार में होने वाले मल्हार महोत्सव के आयोजन को भी भूपेश सरकार द्वारा रोका गया।