Raipur। छत्तीसगढ़ बीजेपी का आरोप पत्र 104 पन्नों का है। यह आरोप पत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर केंद्रित और बेहद आक्रामक है। इस आरोप पत्र में कई घटनाओं का हवाला है, तो वहीं घोषणापत्र के वादों को पूरा ना करने समेत कई ऐसे मसलो का ज़िक्र भी है जिससे कि यह बताया जा सके कि, भूपेश सरकार प्रदेश में हर मोर्चे पर फेल रही है।इस आरोप पत्र में सीएम भूपेश बघेल को विशेष रुप से केंद्रित पृष्ठ सोलह है, वैसे ध्यान इस आरोप पत्र के कव्हर पर भी जाता है, जिसमें सीएम भूपेश का कार्टून है जिसके उपर सीएम भूपेश के बेहद करीबी माने जाने वाले अधिकारियों, व्यवसायियों और कुछ पदाधिकारियों का ज़िक्र है।
कई घोटालों का आरोप
आरोप पत्र में भूपेश सरकार पर कई घोटालों का आरोप लगाया गया है। इनमें कोयला शराब जैसे मामले तो हैं ही, कोरोना काल में लगाए सेस और केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई राशियों में गड़बड़ियों का आरोप भी है।
याद आया 2003 का आरोप पत्र
बीजेपी का आरोप पत्र 2003 में जारी हुए आरोप पत्र की याद दिलाता है। तब अजीत जोगी मुख्यमंत्री थे, और बीजेपी ने इसी तेवर कलेवर के साथ आरोप पत्र जारी किया था। ये भी सच है कि, तब के आरोप पत्र में घटनाओं और घोटालों को लेकर इतना व्यापक आँकड़ा नहीं था और ना ही प्रशासनिक अधिकारियों व्यापारियों का और चुनिंदा कांग्रेस पदाधिकारियों का ऐसा खुला ज़िक्र था।