नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में केंद्र की राष्ट्रीय सामाजिक सहायता अंतर्गत पेंशन योजनाएं छत्तीसगढ़ में बंद हो सकती है। इसके पीछे की वजह 9 लाख हितग्राहियों में से 7 लाख हितग्राहियों के आधार और मोबाइल नंबर की जानकारी अपडेट नहीं है। यानी केंद्र के पास हितग्राहियों का सही डाटा उपलब्ध नहीं है। जिसकी वजह से हितग्राहियों को केंद्र की पेंशन योजना से वंचित होने का खामियांजा भुगतना पड़ सकता है। केंद्र ने लक्ष्य से ज्यादा हितग्राही होने की वजह से छंटनी करने के निर्देश भी दिए हैं।
बंद हो सकती है योजना
केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय पेंशन योजनाओं के फंड को रोकने का अल्टीमेटम जारी किया है। केंद्र सरकार द्वारा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना सुखद सहारा समेत केंद्र की राष्ट्रीय योजनाओं की संख्या बढ़ गई है। पेंशनधारियों की संख्या 88142 से बढ़कर 91359 हो गई है।भारत सरकार स्टेट कप के हिसाब से पेंशनधारियों को राशि जारी करती है।अब संख्या बढ़ने से राशि कम पड़ सकती है। हितग्राहियों का आधार उनके बैंक से अपडेट नहीं किया गया है। जिसके कारण केंद्र के पास हितग्राहियों को सही जानकारी नहीं है। सरकारी पोर्टल में भी इन हितग्राहियों का मोबाइल नंबर और आधार नंबर रजिस्टर नहीं हैं। समाज कल्याण विभाग ने नगर निगम और पंचायत को केंद्र सरकार की चेतावनी का उल्लेख करते हुए जानकारी मंगाई है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो तरह से हो रहा भुगतान
भारत सरकार द्वारा भेजी जा रही राशि को हितग्राहियों को दोनों तरह से भुगतान किया जा रहा है। हितग्राहियों को ऑनलाइन और नगद दोनों तरह से पैसे दिए जा रहे हैं जिसकी वजह से सरकारी पोर्टल पर हितग्राहियों का सही डाटा अपडेट नहीं हो पा रहा है यहां तक की हितग्राहियों के मोबाइल नंबर और आधार नंबर दोनों की सही जानकारी केंद्र सरकार तक नहीं पहुंच रही है फिर गाड़ियों को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना के तहत 60 से 79 वर्ष के हितग्राहियों को हर महीने 350 रुपए और 80 साल की उम्र वालों को 650 रुपए हर महीने मिलते हैं।