Raipur। मणिपुर की घटना को देश के लिए शर्मसार करने वाली घटना बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान की घटना का ज़िक्र किया तो सूबे में सियासती हड़कंप मच गया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मणिपुर की घटना की आलोचना की, सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि,वे राज्य में क़ानून व्यवस्था को मज़बूत करें। लेकिन इस नसीहत वाले और ग़ैर राजनीतिक माने जा रहे बयान पर जो कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई उसने कांग्रेस को बचाव की मुद्रा और राजनीतिक आरोप वाले बयान में ला खड़ा किया है।
क्या कहा है प्रधानमंत्री मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में महिला के निर्वस्त्र कर सामूहिक बलात्कार किए जाने के मसले को देश के लिए बेइज़्ज़ती निरूपित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर कड़ी क़ानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस घटना पर अपना नज़रिया रखते हुए पीएम मोदी ने कहा
“मेरा ह्रदय पीड़ा से भरा हुआ है क्रोध से भरा हुआ है।मणिपुर की जो घटना सामने आई है, किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है। पाप करने वाले गुनाह करने वाले कितने हैं, वे अपनी जगह पर हैं लेकिन बेइज़्ज़ती पूरे देश का हो रही है।140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है।मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूँ कि वे अपने राज्य में क़ानून और व्यवस्था को और मज़बूत करें।ख़ासकर हमारी माताओं बहनों की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएँ।”
पीएम मोदी ने इसके ठीक बाद आगे राजस्थान और छत्तीसगढ़ का ज़िक्र किया और कहा
“घटना चाहे राजस्थान की हो घटना चाहे छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो।इस देश में हिंदुस्तान के किसी कोने में,किसी भी राज्य सरकार की हो राजनीति वाद विवाद से उपर उठकर क़ानून व्यवस्था का महत्व है।देश वासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूँ किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।क़ानून पूरी सख़्ती से अपना काम करेगा। मणिपुर की बेटियों को कहना चाहता हूँ इंसाफ़ होगा।”
पीएम का बयान आते ही सीएम भूपेश बोले - वो भटके हुए नौजवान कुछ सेंकड के लिए दौड़े
प्रधानमंत्री मोदी का बयान ग़ैर राजनीतिक था लेकिन इस पर जो प्रतिक्रियाएँ आईं उससे ऐसा लगा कि कांग्रेस ने उसे छत्तीसगढ़ सरकार पर राजनीतिक हमले की तर्ज़ पर लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर में नग्न होकर प्रदर्शन करने वाले युवाओं को भटके हुए नौजवान निरूपित करते हुए कहा
“मणिपुर की घटना से ध्यान भटकाने के लिए प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की घटना का उल्लेख किया। भटके हुए नौजवान कुछ सेंकड के लिए दौड़ गए तो उसकी तुलना मणिपुर से नहीं की जा सकती।
सीएम भूपेश ने आगे कहा
“छत्तीसगढ़ में ऐसे कोई हालात नहीं है. फिर भी प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की तुलना मणिपुर से की है. उन्हें यूपी को देखना चाहिए कि वहां किस तरह अदालत में हत्या हो रही है. इस तरह की तुलना राजनीति से प्रेरित. प्रधानमंत्री को मणिपुर के बारे में बोलना चाहिए था. डबल इंजन की सरकार मणिपुर में है, फिर भी क्यों ऐसा हाल है?”
डिप्टी सीएम सिंहदेव और गृहमंत्री ताम्रध्वज भी बोले
ऐसा नहीं है कि छत्तीसगढ़ में केवल सीएम भूपेश का ही बयान आया। बयान डिप्टी सीएम सिंहदेव और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का भी आया, और पीएम मोदी के बयान में राजनीति तलाश करने की क़वायद करते साफ़ दिखा। उप मुख्यमंत्री और
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा
“80 दिन - इतना वक्त लगा प्रधानमंत्री को 'मणिपुर' बोलने में, गुस्सा आने में!और, आज जब बोले भी तो ऐसा मानो, देश को नहीं, चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हों।प्रधानमंत्री जी, क्योंकि आपने मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ का नाम लिया, तो आपको बता दें कि हमारे प्रदेश में कानून व्यवस्था बरकरार है, सुरक्षित शासन में है।NCRB के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामले 62% कम हुए हैं, पहले की भाजपा सरकार के मुकाबले।इसलिए, जब मणिपुर की ओर आखिरकार आपका ध्यान गया है, तो कृपया वहां फैली हिंसा और नफरत मिटाएं। मणिपुर के भाइयों-बहनों को शांति की ज़रूरत है।”
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा
“2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया,
सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है,
सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान में लिया,प्रधानमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजस्थान और छत्तीसगढ़ का उल्लेख किया है,क्यों नाम लिया यह समझ से परे है।”
सीएम भूपेश के बयान पर बृजमोहन ने पूछा सवाल
सीएम बघेल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा
“मुख्यमंत्री अपनी हताशा अपने फेलियर को छुपाने के लिए ऐसी बात कर रहे हैं,मुख्यमंत्री बताएं कभी ऐसी स्थिति देश में आई है क्या कि उनको नग्न होकर प्रदर्शन करना पड़े?”