नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कॉलेजों में एडमीशन लेने की तिथि को 10 सितंबर तक कर दिया गया है। पहले आखिरी तारीख 14 अगस्त थी। लेकिन खाली सीटों को देखते हुए एडमीशन की तारीख में बढ़ा दी गई है। यूजी फर्स्ट ईयर में आखिरी तारीख तक 50 हजार से ज्यादा सीटें खाली थी। अब कॉलेजों ने ऑफलाइन प्रवेश भी शुरू कर दिया गया है। जिसके तहत पहले आने वाले को एडमीशन मिल जाएगा। वहीं इस बार विद्यार्थियों का मैथ्स की ओर से इंट्रेस्ट घट गया है। मैथ्स की सीटें इस बार खाली बच गई हैं।
10 सितंबर तक बढ़ाई गई तारीख
छत्तीसगढ़ में कॉलेजों में एडमीशन की तारीख बढ़ा दी गई। अब विद्यार्थी 10 सितंबर तक कॉलेजों में एडमीशन ले सकेंगे। कॉलेजों में खाली सीटों को देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने आखिरी तारीख को आगे बढ़ाया गया है। पहले कॉलेजों में एडमीशन लेने की आखिरी तारीख 14 अगस्त थी। लेकिन इसमें अब बदलाव किया गया है। अब विद्यार्थी कॉलेजों में ऑफलाइन आवेदन भर कर एडमीशन ले सकेंगे। इसमें जो विद्यार्थी पहले आवेदन करेगा उसे पहले एडमीशन मिल जाएगा। इससे पहले मेरिट लिस्ट के आधार पर विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा था।
50 हजार से ज्यादा सीटें खाली हैं
नए आदेश के बाद आज 24 अगस्त से फिर से दाखिले शुरू हो गए हैं। छत्तीसगढ़ के पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध ग्रेजुएशन की 42 हजार सीटें हैं। तीन ऑटोनोमस कॉलेजों को छोड़कर अन्य कॉलेजों में यूजी की करीब 15 हजार सीटें रिक्त बची हुई है। इनमें बीकॉम, बीए की ज्यादा सीटें खाली बची है। सरगुजा विवि से संबद्ध कॉलेजों में बीए, बीकॉम, बीएससी व बीसीए फर्स्ट ईयर के लिए 25 हजार 717 सीटें हैं। इसमें से 14 हजार 466 में सीटों में ही प्रवेश हुए हैं। इस विवि में यूजी व पीजी में कुल 33 हजार 107 सीटें हैं, इसमें से 17 हजार 35 सीटों में ही एडमिशन हुए हैं। बिलासपुर के अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के कॉलेजों में यूजी फर्स्ट ईयर की करीब 31 हजार सीटें हैं। यहां भी 10 हजार से ज्यादा सीटें बची हुई हैं। इसी तरह दुर्ग युनिवर्सिटी, रायगढ़ युनिवर्सिटी, बस्तर यूनिवर्सिटी में यूजी व पीजी की बड़ी संख्या में सीटें खाली हैं। प्रदेश में यूजी की 50 हजार से अधिक सीटें खाली है, लेकिन राजधानी के तीनों ऑटोनोमस कॉलेजों में कुछ ही सीटें खाली बचीं हैं।
मैथ्स से हटा छात्रों का इंट्रेस्ट
कभी कॉलेजों में गणित में एडमीशन लेने के लिए मारामारी हुआ करती थी। लेकिन अब गणित की सीटें भी खाली जा रहीं है। रायपुर में स्थित कन्या महाविद्यालय में बीएससी मैथ्स की सीटें इस बार खाली रह गईं हैं। साइंस कॉलेज, डिग्री कॉलेज, छत्तीसगढ़ कॉलेजों में भी मैथ्स में कम एडमिशन हुए हैं। जहां एक ओर बीएससी बायो, कंप्यूटर साइंस और कॉमर्स की सीटें फुल फिल हो चुकी हैं। तो दूसरी ओर मैथ्स की सीटें खाली बची हुई हैं।