Raipur. छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। कांग्रेस ने पूछा है कि जब जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की राजनीतिक सरगर्मी तेज हुई है, तभी ईडी की कार्रवाई क्यों होती है? दरअसल राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन ईडी की कार्रवाई आपत्तिजनक है। यह बीजेपी की राजनैतिक हताशा का परिणाम बताया है।
गतिविधियों को बाधित करने का उद्देश्य- शुक्ला
सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि भूपेश बघेल की लोकप्रियता से घबराकर बीजेपी की केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने के उद्देश्य से ईडी की छापेमारी करवाया है। प्रदेश में चुनाव लगभग शुरू हो गये है, राजनैतिक दलों ने अपनी चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी है। विनोद वर्मा कांग्रेस के राजनैतिक प्रशिक्षणों के साथ बूथ कमेटियों का भी काम देखते है। उसको डिस्टर्ब करने उनके यहां छापा करवाया गया। साथ ही आशीष वर्मा, मनीष बंछोर दोनों ही मुख्यमंत्री के ओएसडी है। दोनों का मूल कार्य मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र पाटन में राजनैतिक गतिविधियों को संचालित करना है। विजय भाटिया मुख्यमंत्री के पारिवारिक मित्र है। पाटन में बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। अब पाटन में कांग्रेस की राजनैतिक गतिविधियों को बाधित करने के उद्देश्य से दोनों के यहां ईडी पहुंची है।
ये खबर भी पढ़ें...
ये खबर भी पढ़ें...
कांग्रेस के सवाल
जब-जब प्रदेश में राजनैतिक गतिविधियां तेज होती है या कोई राजनैतिक हलचल होती है तभी ईडी की कार्रवाई क्यों होती है? कांग्रेस के 85 वां अधिवेशन के समय कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की कार्रवाई की गई, ताकि अधिवेशन को बाधित किया जाये। यूपी, आसाम, हिमाचल और कर्नाटक चुनाव के समय भी ईडी की छापेमारी की गई।
जब-जब अमित शाह छत्तीसगढ़ आए उसके पहले तीनों बार ही ईडी की कार्रवाई हुई कोरबा, जगदलपुर, रायपुर तीनों जगह ही शाह के दौरे के पहले ईडी का आना मात्र संयोग है या साजिश?